रेवाड़ी, 22 मई 2025 — हरियाणा की भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने सवाल उठाया है कि विगत 7-8 वर्षों से सत्ता में रहते हुए भी राज्य सरकार रेवाड़ी में 200 बैड का राजकीय सामान्य अस्पताल बनाने के लिए जमीन तक का प्रबंध नहीं कर पाई है। इतना ही नहीं, पिछले दस वर्षों से पेयजल संकट से जूझ रहे रेवाड़ी के नागरिकों के लिए नया वाटर बैंक बनाने हेतु भी सरकार जमीन उपलब्ध नहीं करवा सकी है।

विद्रोही ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि एक सरकार जो नागरिकों की मूलभूत आवश्यकताओं — इलाज और पेयजल — तक का प्रबंध न कर पाए, उसे कुशल सरकार कैसे कहा जा सकता है? उन्होंने भाजपा सरकार को “अहीरवाल विरोधी” करार देते हुए कहा कि यह हैरानी की बात है कि इतनी उपेक्षा के बावजूद अहीरवाल क्षेत्र के लोग लगातार भाजपा को एकतरफा समर्थन दे रहे हैं, मानो अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हों।

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब भाजपा को अहीरवाल के सरोकारों की चिंता नहीं है, तो यहां के लोग आखिर क्यों बार-बार उसी दल को समर्थन देकर अपने लिए मुसीबत बुला रहे हैं?

विद्रोही ने रेवाड़ी निवासी और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पुत्री तथा हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मंत्री बनने के सात माह बाद भी आरती राव अपने ही गृह क्षेत्र में अस्पताल और वाटर बैंक के लिए भूमि उपलब्ध नहीं करवा सकीं, जो बेहद निराशाजनक है।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि अहीरवाल की जनता ने रामपुरा हाउस के प्रति अपना अभूतपूर्व विश्वास जताते हुए क्षेत्र से 9 राव समर्थक विधायक चुनकर भेजे, फिर भी अगर सरकार बुनियादी सुविधाएं देने में असफल है, तो यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा सरकार को अहीरवाल के हितों की कोई चिंता नहीं है।

“इतने अपार समर्थन के बावजूद यदि न तो अस्पताल बन पाया, न ही पानी की समस्या का समाधान हुआ, तो जनता को अब यह सोचने की जरूरत है कि वे किसके भरोसे अपने भविष्य को सौंप रहे हैं,” विद्रोही ने कहा।

Share via
Copy link