
– 36 में से 31 राज्यों की ज़बरदस्त सहभागिता | पीएम और विपक्षी मुख्यमंत्रियों की अद्भुत बॉन्डिंग | टीम इंडिया के रूप में केंद्र और राज्य मिलकर लक्ष्य को जल्दी हासिल करेंगे
केंद्र व राज्यों को मिलकर टीम इंडिया बने तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं-विज़न 2047 अपनें डेडलाइन से बहुत पहले पूर्ण होगा
नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की सफ़ल मिटिंग- विपक्षी मुख्यमंत्रीयों व पीएम की जबरदस्त ट्यूनिंग देखकर विश्व हैरान-विज़न 2047 समय पूर्व लक्ष्य हासिल करेगा,मेरा दावा
-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी

गोंदिया: वैश्विक राजनीति में आमतौर पर पक्ष और विपक्ष में विरोधाभास, आलोचना और टकराव देखने को मिलता है। लेकिन हाल ही में भारत में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक ने इस परिपाटी को बदलते हुए एक नई मिसाल पेश की। इसमें पक्ष-विपक्ष ने एकजुट होकर ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की ओर मजबूत कदम बढ़ाने का संकल्प लिया।
बैठक की मुख्य बातें
नीति आयोग की यह बैठक 24 मई 2025 को दिल्ली में संपन्न हुई, जिसमें 36 में से 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भाग लिया – जो अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता रही। हालांकि कर्नाटक, केरल, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल और बिहार ने अपनी अनुपस्थिति की पूर्व सूचना दी थी, फिर भी यह बैठक सकारात्मक और ऐतिहासिक रही।
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बताया कि यह बैठक राज्यों की सकारात्मक सोच और विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस बैठक का मुख्य एजेंडा था – ‘विकसित भारत के लिए विकसित राज्य’, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों से उनके अपने विकास विजन तैयार कर राष्ट्रीय विजन के साथ जोड़ने का आह्वान किया।
विपक्ष और पीएम की अद्भुत ट्यूनिंग

बैठक में एक दृश्य जिसने सबका ध्यान खींचा, वह था प्रधानमंत्री और विपक्षी मुख्यमंत्रियों के बीच की सौहार्दपूर्ण बातचीत। यह देखकर न केवल देश की जनता बल्कि पूरी दुनिया आश्चर्यचकित हो गई। सोशल मीडिया पर भी इस पर जोरदार चर्चा हुई, जिसमें लोगों ने पीएम और विपक्षी नेताओं की इस ‘बॉन्डिंग’ की सराहना की।
ऑपरेशन सिंदूर और भारत का एकजुट स्वर
बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने एक स्वर में पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का समर्थन किया। पीएम ने इसे एक दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा बताया और कहा कि इसने आतंकी नेटवर्क को समाप्त करने में अभूतपूर्व सफलता दिखाई है।
टीम इंडिया की ताकत और विकसित भारत का विजन

प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि अगर केंद्र और राज्य मिलकर टीम इंडिया के रूप में काम करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। उन्होंने राज्यों से कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में सुधार के साथ निवेश को प्रोत्साहित करने और रोजगार सृजन के लिए नीतिगत अड़चनों को दूर करने का आग्रह किया। उनका मानना है कि अगर हम सब मिलकर काम करें, तो विकसित भारत 2047 का सपना अपनी निर्धारित समय-सीमा से पहले ही साकार हो सकता है।
बैठक के प्रमुख बिंदु – एक नज़र में
- सबसे बड़ी भागीदारी: 36 में से 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी।
- विकसित भारत का मास्टरप्लान: राज्यों को अपने-अपने विजन तैयार कर राष्ट्रीय विजन में समाहित करने का आह्वान।
- ऑपरेशन सिंदूर: आतंकी ढांचों पर करारा प्रहार, दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा।
- नागरिक सुरक्षा: मॉक ड्रिल और तैयारियों पर विशेष ध्यान।
- राज्य-विशिष्ट योजनाएँ: राज्यों से अपने संसाधनों और जरूरतों के हिसाब से दीर्घकालिक योजनाएँ बनाने का आग्रह।
- सहकारी संघवाद: केंद्र और राज्य मिलकर काम करें तो विकास की रफ्तार और बढ़ेगी।
- अनुभव और सीख: राज्यों ने अपने अनुभव, चुनौतियाँ और सफलताएँ साझा कीं।
- अलग संवाद: अनुपस्थित राज्यों से अलग से चर्चा की जाएगी।
- आर्थिक विकास पर चर्चा: निवेश और रोजगार सृजन के मुद्दों पर विस्तृत विमर्श।
- बुनियादी ढाँचा सुदृढ़ करने के सुझाव: निवेश को आकर्षित करने और आधारभूत ढाँचे को मजबूत करने पर जोर।
- टीम इंडिया की ताकत: पीएम ने कहा, ‘अगर हम मिलकर काम करें, तो विकसित भारत 2047 का सपना समय से पहले साकार हो सकता है।’
निष्कर्ष
नीति आयोग की इस ऐतिहासिक बैठक ने न केवल केंद्र और राज्यों को एक मंच पर लाया बल्कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की दिशा में ठोस कदम उठाए। विपक्ष और सत्ता पक्ष की एकजुटता ने यह साबित कर दिया कि जब देशहित की बात आती है, तो सभी मतभेद भुलाकर एक साथ खड़े होना ही भारतीय संस्कृति की पहचान है।
यह बैठक न केवल भारत के विकास की दिशा तय करेगी, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश भी देगी कि भारत अपने संकल्पों को पूरा करने के लिए एकजुट है और सक्षम भी।
-संकलनकर्ता लेखक – कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र