उपायुक्त मुनीश शर्मा ने शतरंज की बिसात पर पहली चाल चलकर किया शुभारंभ

110 महिला खिलाड़ियों के बीच हुआ शह-मात का संग्राम, फाइनल मुकाबलों में दिखा रोमांच

भिवानी, 27 मई 2025 – हरियाणा शतरंज एसोसिएशन (एचसीए) द्वारा ‘स्वस्थ, उज्ज्वल, नवीन और सुरक्षित शतरंज की स्थापना मिशन’ के अंतर्गत इंटर-जिला महिला शक्ति शतरंज चैंपियनशिप का आयोजन मंगलवार को पीएम श्री राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, भिवानी में किया गया। चैंपियनशिप का उद्घाटन उपायुक्त मुनीश शर्मा (आईएएस) ने शतरंज की बिसात पर पहली चाल चलकर किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पेरिस इंटरनेशनल ओलंपिक व एशियन चेस महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने की। उन्होंने कहा कि शतरंज एक प्राचीन बौद्धिक खेल है जो ध्यान व स्मरण शक्ति को विकसित करता है। उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत हरियाणा में निशुल्क शतरंज प्रशिक्षण को विस्तार से समझाया।

तीन वर्गों में खेले गए मुकाबले

चैंपियनशिप में अंडर-13, अंडर-19 और ओपन वर्ग के तहत भिवानी, चरखी दादरी, झज्जर सहित कई जिलों की 110 महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया। सेमीफाइनल व फाइनल राउंड तक के मुकाबले कड़े और रोमांचक रहे।

एचसीए के प्रदेश महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने बताया कि जो खिलाड़ी सबसे अधिक मैच जीतेंगे, उन्हें एचसीए नियमानुसार जिला टीम के लिए चयनित किया जाएगा। विजेता खिलाड़ी जून में भिवानी में आयोजित होने वाली राज्यस्तरीय महिला शक्ति चैंपियनशिप में भाग लेंगे।

पहले दिन के प्रमुख परिणाम

  • केएम पब्लिक स्कूल, भिवानी की दिक्षा ने वैश्य गर्ल्स स्कूल की राधिका को पराजित किया।
  • वैश्य गर्ल्स स्कूल की हरिप्रिया ने याशिका को रोमांचक मुकाबले में मात दी।
  • भिवानी की चारवी ने चरखी दादरी की खुशी को हराया।
  • वंशिका (भिवानी)नितिका के बीच मुकाबला ड्रॉ रहा।
  • लक्षिता (भिवानी) ने दादरी की याशी को पराजित किया।
  • नेशनल खिलाड़ी ज्योति ने पलक को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया।

गौरवपूर्ण उपस्थिति

इस अवसर पर प्राचार्य अश्विनी कुमार, जयश्री चाहर, रामपाल यादव, सुनीता रानी, नीलम पीटीआई, बबीता, अनीता, गरिमा, संगीता, सुदेश, पिंकी, मंजू, सुशीला, नीलम यादव सहित अनेक शिक्षक व अधिकारी मौजूद रहे।

शतरंज को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग

एचसीए ने गुजरात, तमिलनाडु और गोवा की तर्ज पर हरियाणा में भी शतरंज को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की है, जिससे बच्चों में मानसिक विकास और निर्णय क्षमता को बढ़ावा मिल सके।

शतरंज के लिए भीष्म प्रतिज्ञा

एचसीए के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने कहा कि उन्होंने शतरंज के लिए भीष्म प्रतिज्ञा ली है। जीवनभर अविवाहित रहकर वे शतरंज की सेवा और रक्षा में समर्पित रहेंगे। उनका संकल्प है कि हरियाणा में शतरंज को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया जाए।

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