रोहतक, 28 मई। हरियाणा के चर्चित समाजसेवी और जननेता नवीन जयहिन्द ने 30 मई को सरकार द्वारा पहरावर में आयोजित राज्यस्तरीय भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम पर कड़े सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस आयोजन में शामिल होने के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार उन्हें “पंडित नहीं, बल्कि पाकिस्तानी” समझ रही है। उन्होंने मांग की कि या तो सरकार खुद आयोजन में भंडारे का प्रबंध करे, या उन्हें वहां खीर-हलवे का भंडारा लगाने की अनुमति दे।

“खीर-हलवे का भंडारा, ना कि समोसे-लड्डू के पैकेट”

जयहिन्द ने रोहतक डीसी को पत्र लिखकर आयोजन स्थल पर उस चबूतरे के पास भंडारा लगाने की अनुमति मांगी है, जहां त्रिशूल और फरसा स्थापित है। उन्होंने दावा किया कि सरकार की ओर से अब तक भंडारे की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है और पैकेट में एक समोसा व दो लड्डू बांटने की योजना है। उन्होंने कहा, “धार्मिक आयोजनों में प्रसाद बांटा जाता है, रैली जैसे पैकेट नहीं।”

मुख्यमंत्री को खीर खिलाने की बात, पर शर्तों के साथ

नवीन जयहिन्द ने कहा, “अगर मुख्यमंत्री जी पहरावर में समाज की समस्याओं का समाधान करेंगे, संस्था को ग्रांट देंगे और चुनाव की घोषणा करेंगे, तो मैं उन्हें कबीर कुटिया में खीर खिलाकर विदा करूंगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि वे किसी को आयोजन में जाने से नहीं रोक रहे, बल्कि चाहते हैं कि हर कोई वहां पहुंचे।

‘एक लाख कुर्सियों’ पर इनाम की घोषणा

जयहिन्द ने कहा कि सरकारी आयोजन में एक लाख कुर्सियां लगाए जाने का दावा किया जा रहा है। इस पर उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “अगर पत्रकार साथी एक-एक कुर्सी गिनकर बताएंगे कि वाकई एक लाख कुर्सियां लगी हैं, तो मैं उन्हें एक लाख रुपये ईनाम दूंगा।”

“किसका है आयोजन – सरकार, पार्टी या समाज का?”

जयहिन्द ने सवाल उठाया कि यदि यह कार्यक्रम बीजेपी का है, तो क्या दादा रामकुमार गौतम, गौरव गौतम, मूलचंद शर्मा, देवेंद्र अत्री सहित अन्य बीजेपी नेताओं को न्योता दिया गया है?
अगर यह सरकारी कार्यक्रम है, तो फिर विपक्षी नेताओं को क्यों न्योता नहीं दिया गया?
और यदि यह ब्राह्मण समाज का आयोजन है, तो कांग्रेस के ब्राह्मण नेताओं को क्यों नहीं बुलाया गया?

गौड़ संस्था को दान देकर ही मंच पर चढ़ें नेता: जयहिन्द

नवीन जयहिन्द ने कहा कि जो भी नेता कार्यक्रम में भाषण देना चाहते हैं, उन्हें पहले एक-एक करोड़ रुपये गौड़ संस्था में दान देना चाहिए। उन्होंने धर्मशालाओं के स्वयंभू अध्यक्षों से भी ग्यारह-ग्यारह लाख रुपये दान की अपेक्षा जताई। उन्होंने कहा कि गौड़ ब्राह्मण संस्था उत्तर भारत की सबसे बड़ी ब्राह्मण संस्था है, जिसमें 36 बिरादरी के बच्चे पढ़ते हैं, और यह सरकार व समाज दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि संस्था का सहयोग किया जाए।

गोहाना आश्रम की टूटी दीवार को लेकर सरकार पर तंज

जयहिन्द ने कहा कि गोहाना में भगवान परशुराम आश्रम की दीवार गिरे हुए कई दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक स्थानीय मंत्री, विधायक, सांसद या प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया। उन्होंने चेताया कि अगर सरकार ने शीघ्र यह कार्य नहीं कराया तो वे स्वयं वहां पहुंचेंगे।

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