30 मई, चंडीगढ़ – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पानीपत नगर निगम में सामने आए सफाई घोटाले को बेहद गंभीर बताते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद राज्य में घोटालों की बाढ़ आ गई है — शराब, खनन, भर्ती, फसल बीमा, सहकारिता और अमृत योजना के बाद अब सफाई व्यवस्था भी भ्रष्टाचार की चपेट में है।
हुड्डा ने आरटीआई से प्राप्त जानकारी के हवाले से बताया कि पानीपत नगर निगम ने 13 मई 2022 को चारों जोनों में गलियों और सड़कों की सफाई का ठेका 84.08 करोड़ रुपये वार्षिक राशि पर दो वर्षों के लिए दिया था। यह ठेका 13 मई 2024 को समाप्त होना था, जिसके बाद नए टेंडर जारी करने थे। लेकिन नियमों की अवहेलना करते हुए, शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने ठेका बिना टेंडर के 30 जून तक बढ़ा दिया, फिर कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में इसे 31 जुलाई, और बाद में 31 दिसंबर 2024 तक विस्तारित कर दिया गया।
बिना टेंडर रेट में 84% की भारी बढ़ोतरी
हुड्डा ने सबसे बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जनवरी 2025 में कैबिनेट सब कमेटी ने बिना कोई नया टेंडर आमंत्रित किए, गुपचुप तरीके से दोनों ठेकेदार कंपनियों के ठेके की दरों में 84% की भारी वृद्धि कर दी। अब इन्हें सालाना 154.83 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा रहा है, जो मूल ठेके से लगभग 71 करोड़ रुपये अधिक है। साथ ही, ठेका अवधि को और एक साल बढ़ाकर 31 दिसंबर 2025 तक कर दिया गया।
कर्मचारियों की फर्जी संख्या और 66 लाख रुपये महीना नुकसान
हुड्डा ने बताया कि इन कंपनियों को 1259 कर्मचारी लगाने थे, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से केवल 847 कर्मचारी लगाए गए। इससे सरकार को हर महीने 66 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद, सीएम फ्लाइंग स्क्वाड द्वारा दर्ज एफआईआर के बावजूद, न तो कोई गिरफ्तारी हुई है, न कोई अधिकारी सस्पेंड हुआ है और न ही ठेके रद्द किए गए।
प्रदेशभर में फैले सफाई घोटाले
हुड्डा ने कहा कि पानीपत ही नहीं, इससे पहले कैथल, रोहतक, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी ऐसे सफाई से जुड़े घोटाले सामने आ चुके हैं। लेकिन सरकार इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही, बल्कि भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। इससे साफ होता है कि सरकार खुद इन गड़बड़ियों में सहभागी है।
सीबीआई जांच की मांग
हुड्डा ने इन सभी मामलों की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुए कहा: “यह केवल पानीपत की बात नहीं है, बल्कि पूरे हरियाणा में सफाई के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई की खुली लूट चल रही है। जब तक इन घोटालों की सीबीआई से जांच नहीं कराई जाती, तब तक सच्चाई सामने नहीं आएगी और भ्रष्टाचारियों को सजा नहीं मिलेगी।”