जटेला धाम बना श्रद्धा, सेवा और पर्यावरण का त्रिवेणी संगम – मुख्यमंत्री
जटेला धाम में आयोजित पूर्णिमा महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
मुख्यमंत्री ने अस्पताल के लिए 31 लाख रुपये, कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा व कृष्ण कुमार बेदी ने भी 11-11 लाख रुपये देने की घोषणा की

चंडीगढ़, 11 जून — हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज झज्जर के गांव माजरा (दुबलधन) स्थित जटेला धाम में स्वामी नितानंद जी के 225वें निर्वाण दिवस के अवसर पर 225 बिस्तर वाले आधुनिक अस्पताल का शिलान्यास और स्वामी नितानंद आश्रम गौशाला का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।

मुख्यमंत्री ने अस्पताल के लिए अपने ऐच्छिक कोष से 31 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा व श्री कृष्ण कुमार बेदी ने भी अपने ऐच्छिक कोष से 11-11 लाख रुपये देने की घोषणा की।
श्री नायब सिंह सैनी ने पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के दिन जटेला धाम श्रद्धा, सेवा एवं पर्यावरण संरक्षण के संकल्प का अद्भुत त्रिवेणी संगम का साक्षी बना है। स्वामी नितानंद जी का यह धाम आध्यात्मिक चेतना से जोड़ता है। जटेला धाम की यह पवित्र तपोभूमि संतों के आशीर्वाद से आध्यात्मिक केंद्र के रूप में पहचान स्थापित कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संत मार्गदर्शन करते हैं तो समाज सही दिशा में चलता है और कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं रहता। संत नितानंद जैसे महान संतों की बदौलत ही मजबूत भारत हमें मिला है। उन्होंने कहा कि स्वामी नितानंद महाराज जी के जीवन मूल्यों को धारण करते हुए समाज के हर वर्ग को आगे आना चाहिए। स्वामी नितानंद मिशन फाउंडेशन समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के मिशन में निरंतर कार्य कर रहा है।

मानवता की सेवा का मंदिर बनेगा चिकित्सा संस्थान
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा संस्थान के प्रथम चरण के निर्माण का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह चिकित्सा संस्थान केवल सीमेंट-कंकरीट की इमारत नहीं बल्कि मानवता की सेवा का एक मंदिर है। इस संस्थान के बनने के बाद क्षेत्र के लोगों को चिकित्सा सुविधा मिलेगी। ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित होने वाले इस संस्थान से झज्जर ही नहीं बल्कि साथ लगते क्षेत्रों को भी स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का जो मंत्र दिया है, हम उस पर चलते हुए एक आत्मनिर्भर और सशक्त हरियाणा का निर्माण कर रहे हैं। सरकार ने गरीबों के इलाज के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं। सरकार द्वारा गरीबों के उपचार के लिए चिरायु योजना, आयुष्मान भारत योजना, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त डायलिसिस सुविधा, निरोगी हरियाणा योजना, मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजनाएं सहित अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनका आमजन को लाभ मिल रहा है। सरकार द्वारा इस वित्त वर्ष में स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट 10,159 करोड़ किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां हेपेटाइटिस -सी व बी की दवाइयां मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इसके अलावा हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान समय में प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 15 हो गई है। उन्होंने कहा कि झज्जर जिले के बाढ़सा में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान खोला गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चिकित्सा सुविधाओं को प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। प्रदेश में कुल एक करोड़ 33 लाख चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर इस धाम द्वारा लगभग 82,125 पौधारोपण करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार भी पर्यावरण को लेकर बेहद सजग है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक पेड़ माँ के नाम अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत पहले चरण में हरियाणा में लक्ष्य से अधिक 1 करोड़ 87 लाख पौधे लगाए गए हैं। दूसरे चरण में 1 करोड़ 82 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
वीरांगनाओं ने मुख्यमंत्री को भेंट किया सिंदूर का पौधा
कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में वीरांगनाएं भी पहुंची और राष्ट्र के प्रति अटूट प्रेम को प्रदर्शित करते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी को सिंदूर का पौधा भेंट किया। उन्होंने कहा कि झज्जर का यह क्षेत्र वीर सैनिकों का इलाका है। यहां के लोगों में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी है और क्षेत्र के सैनिक सरहदों पर तैनात हैं।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी, विधायक श्री राजेश जून, श्री सुनील सांगवान, श्री उमेद पातुवास, श्री कंवर सिंह यादव, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्री ओम प्रकाश धनखड़, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहन लाल कौशिक, महंत राजेंद्र दास, स्वामी सूर्यानंद जी महाराज, स्वामी रामानंद सरस्वती जी महाराज सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।