
रेवाड़ी, 14 जून 2025। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर कांग्रेस नेतृत्व से स्पष्ट और सख्त रवैया अपनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करना है तो राहुल गांधी द्वारा निर्धारित मानदंडों का बिना किसी किन्तु-परन्तु के पालन किया जाना चाहिए।
विद्रोही ने कहा कि हाल के दिनों में प्रदेश के कई जिलों में ऐसे लोग भी जिला अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हो गए हैं जो एक-दो वर्ष पूर्व ही किसी अन्य दल से कांग्रेस में शामिल हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिला संगठन सृजन बैठकों में ही यह संदेश दे दिया जाना चाहिए कि सिर्फ वे ही आवेदन करें जो कम से कम पांच वर्षों से सक्रिय रूप से कांग्रेस से जुड़े हैं और पार्टी की विचारधारा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने चेताया कि जो लोग कांग्रेस की वैचारिक लड़ाई में भाजपा की फासिस्ट सोच के खिलाफ मजबूती से खड़े नहीं हो सकते, उन्हें संगठनात्मक पद देना पार्टी के प्रति गलत संदेश होगा।
विद्रोही ने यह भी मांग की कि राष्ट्रीय समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) की सहायता के लिए नियुक्त प्रदेश कोऑर्डिनेटरों की जिला अध्यक्ष चयन प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ प्रदेश कोऑर्डिनेटर संगठनात्मक बैठकों को ‘हाईजैक’ कर रहे हैं, जबकि कई को तो उन जिलों की मूलभूत सामाजिक और राजनीतिक जानकारी तक नहीं है जिनके लिए उन्हें नियुक्त किया गया है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब किसी को जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं की पहचान तक नहीं, न स्थानीय परिस्थितियों की समझ, तो ऐसे व्यक्ति जिला अध्यक्ष चयन में क्या सार्थक सहयोग दे पाएंगे?
हालांकि विद्रोही ने इस बात पर संतोष जताया कि प्रदेशभर में कांग्रेस की जिला संगठन सृजन बैठकें शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो रही हैं, जो पार्टी के लिए सकारात्मक संकेत हैं।