हिसार, 14 जून 2025 – “आशा का पोषण” अभियान के तहत वानप्रस्थ सीनियर सिटीज़न क्लब ने शनिवार को सूर्य नगर धर्मशाला, हिसार में 50 निर्धन तपेदिक (टीबी) रोगियों को प्रोटीन युक्त पौष्टिक आहार किट्स वितरित किए। यह इस अभियान की 35वीं कड़ी थी, जिसका उद्देश्य टीबी मरीजों के पोषण स्तर को सुधार कर उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ में सहयोग करना है।

क्लब के महासचिव डॉ. डांग ने बताया कि कुपोषण, विशेषकर निम्न-आय वर्ग के टीबी रोगियों में, एक गंभीर चुनौती है जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। ऐसे में यह पहल रोगियों के उपचार में सहायक बनती है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि हर टीबी मरीज सशक्त हो और स्वस्थ जीवन जी सके।”
क्लब के उपप्रधान डॉ. मनवीर सांगवान ने कहा कि एक ही घर में रहने के कारण टीबी फैलने का खतरा अधिक होता है। जानकारी की कमी, पौष्टिक भोजन और दवाओं की अनुपलब्धता के कारण गरीब वर्ग के कई मरीज समय पर इलाज नहीं करवा पाते।
इस बार पहली बार पौष्टिक आहार प्राप्त करने वालों में 27 वर्षीय ज्योति (M.Sc. मैथ पास), रेखा (27), मिंटू (26), यशोदा (20) सहित अन्य शामिल रहीं, जिन्हें टीबी अस्पताल ने चिह्नित किया था। इसके अलावा दीपक (18), रूबी देवी (28), आननदीप (40) और रणजीत साहू (51) को भी आहार किट दी गई।

55 वर्षीय राजेंद्र सिंह, जो पहले भी टीबी से स्वस्थ हो चुके थे, ने बताया कि सावधानी और सफाई के बावजूद उन्हें फिर से टीबी हो गई। उन्होंने संस्था को धन्यवाद देते हुए इसे अत्यंत उपयोगी बताया।
प्रत्येक रोगी को दी गई किट में शामिल थे:
- 2 डिब्बे प्रोटीन पाउडर
- 1 किलो गुड़
- 1 किलो भुने चने
- 1 किलो काले चने
- 1 किलो बेसन
- 2 पैकेट न्यूट्रेला
- 2 साबुन

डॉ. सुरेंद्र मोहन बहल, सुनीता बहल, डॉ. पुष्पा खरब और श्यामा गोसाईं जैसे क्लब सदस्यों ने रोगियों से व्यक्तिगत बातचीत कर उन्हें दवा समय पर लेने, पौष्टिक भोजन करने और सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने मास्क लगाने और व्यक्तिगत बर्तन उपयोग करने की भी अपील की।
टीबी अस्पताल के वरिष्ठ पर्यवेक्षक श्री ओ.पी. वर्मा ने टीबी से बचाव के उपाय बताए और वानप्रस्थ संस्था के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अभियान ‘टीबी मुक्त हिसार’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आशा वर्कर अनीता, सुनीता, अंजू, शर्मिला और नरेश का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के अंत में डॉ. मनवीर सांगवान ने सभी अधिकारियों, सहयोगियों और सहभागियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि वानप्रस्थ संस्था आगे भी इस दिशा में कार्य करती रहेगी।