चैरिटी अस्पताल का तत्कालीन गवर्नर कप्तान सिंह सोलंकी ने किया था उद्घाटन
महामंडलेश्वर ज्योति गिरी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रतिनिधी मंडल सीएम सैनी से मिला
ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली जमीन/बिल्डिंग को फर्जी तरीके से किराए पर दिया
फतह सिंह उजाला
पटौदी, नई दिल्ली । जय महाकालेश्वर कल्याण ट्रस्ट के फाउंडर ट्रस्टी और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्योति गिरी के स्वामित्व वाली जमीन/ अस्पताल बिल्डिंग की पैमाइश सोमवार को किया जाना निश्चित बताया गया है। 1857 के शहीद ठाकुर अब्बू सिंह के पैतृक गांव और वर्तमान में मिजोरम के राज्यपाल तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय कुमार सिंह की ननिहाल जिला गुरुग्राम के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला के महाकाल/ हनुमान मंदिर के बराबर में ही संबंधित जमीन अथवा प्रॉपर्टी चैरिटी अस्पताल मौजूद है। इस चैरिटी अस्पताल का 9 दिसंबर 2015 को तत्कालीन गवर्नर कप्तान सिंह सोलंकी के द्वारा उद्घाटन किया गया था। इसके बाद में कोविड महामारी के दौरान भी जेएमके अस्पताल को कथित रूप से नीलकंठ अस्पताल के रूप में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को लंबे समय के लिए रहस्य में तरीके से आइसोलेशन केंद्र बनाने के लिए दे दिया गया। इस आइसोलेशन सेंटर का भी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा आरंभ किया गया। वर्तमान समय में यहां सैन्य बेस्ड ट्रेनिंग सेंटर खूंगा अकैडमी बनाया जा चुका है। अपने स्वामित्व वाली जमीन और चैरिटी अस्पताल को कथित फर्जी कागजात और मालिक दावेदार बनकर गैर कानूनी तरीके से किराए पर दे दिया गया। इसी मुद्दे को लेकर स्वामी ज्योति गिरी के द्वारा बिल्डिंग को किराए पर लेने वाले सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाया गया।
यह आपराधिक मामला सामने आने के बाद आरोप- प्रत्यारोप का दौर चलते हुए पंचायत का सिलसिला भी बना हुआ है। इसी बीच प्रतिनिधि मंडल में शामिल गांव के ही प्रधान राम भूल चौहान , अरुण कुमार, बेघराज यादव, रजवा प्रधान, एडवोकेट विनोद कुमार , कृष्ण पंडित सहित अनेक प्रबुद्ध ग्रामीण हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से हरियाणा भवन दिल्ली में मिले। प्रतिनिधि मंडल के द्वारा विभिन्न प्रकार के ठोस सबूत और साक्ष्य मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत करते हुए इस पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कथित रूप से साजिश का खुलासा करवाया जाने का अनुरोध किया। ग्रामीणों ने विभिन्न प्रकार के साक्ष्य सौंपते हुए बताया कि गौशाला में गौधन को चारा नहीं दिया जा रहा है। साधु-संतों को धमकाया जा रहा है और चैरिटी अस्पताल को जबरन एक प्रोफेशनल ट्रेनिंग अकादमी में बदल दिया गया है।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल प्रबुद्ध ग्रामीणों के द्वारा बताया गया मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वस्त किया है कि “जिन लोगों पर मुकदमे दर्ज हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। चैरिटी अस्पताल बिल्डिंग परिसर को खाली कराने के निर्देश गुरुग्राम पुलिस प्रशासन को दे दिए गए हैं। संबंधित जमीन और अस्पताल स्वामित्व वाले स्वामी ज्योति गिरी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इसी कड़ी में” जय महाकाल सेवा ट्रस्ट के कृष्णगिरी ने कहा कि गुरु स्वामी ज्योति गिरी महाराज ने गरीबों के इलाज और घायल बीमार लाचार बेबस गायों के उपचार के लिए अस्पताल और गौशाला की स्थापना की थी। लेकिन कुछ लोगों को यह धर्मार्थ सेवा कार्य पसंद नहीं आया और लालच में आकर उन्होंने यहां कब्जा जमा लिया।“ आश्रम में साधु-संतों को भी नहीं घुसने दिया जा रहा। कथित रूप से जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं।”
प्रतिनिधि मंडल में शामिल और ग्राम सभा के प्रधान राम भूल चौहान के मुताबिक 16 जून सोमवार को ज्योति गिरी महाराज के स्वामित्व वाले अस्पताल परिसर की जमीन की पैमाइश की सूचना प्राप्त हुई है। पुलिस की मौजूदगी में भूमि की पैमाइश करवाई जाएगी। यदि कोई विवाद करेगा, तो उसी समय कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कुछ लोग गौशाला और चैरिटी अस्पताल की जमीन पर अवैध कॉलोनी विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। देवकांत शर्मा के मुताबिक
“कुछ लोगों की नजर सरकारी और ट्रस्ट की भूमि पर है। ग्राम प्रधान राम भूल सिंह चौहान, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बेगराज यादव, राजवा प्रधान, विनोद एडवोकेट, कृष्णा पंडित समेत ग्रामीणों ने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे जनांदोलन किया जाने का विकल्प भी खुला हुआ है।