“राज्यसभा चुनाव से लेकर विधानसभा तक कांग्रेस को पहुंचाया गया नुकसान, पार्टी को चाहिए सख्त कदम — संगठन सृजन अभियान को बताया अवसर”

रेवाड़ी, 18 जून 2025। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस नेतृत्व से आग्रह किया है कि हरियाणा में जारी कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के दौरान ऐसे किसी भी नेता को संगठन में स्थान न दिया जाए, जिन्होंने वर्ष 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम कर गद्दारी की और कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने में भूमिका निभाई।
विद्रोही ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “हरियाणा की जनता ने कांग्रेस को सत्ता में लाने का पूरा मन बना लिया था, लेकिन कुछ अवसरवादी और भीतरघाती नेताओं ने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपकर भाजपा को पुनः सत्ता में आने का मौका दे दिया।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में ऐसे लोग वर्षों से मौजूद हैं, जो पार्टी के अंदर रहकर भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं और नेतृत्व की नरम नीति का लाभ उठाकर लगातार संगठन को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
राज्यसभा चुनाव 2022 का दिया हवाला
विद्रोही ने 2022 के राज्यसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा ने स्वयं कैमरे पर स्वीकार किया था कि उन्होंने कांग्रेस नेताओं कुलदीप बिश्नोई और किरण चौधरी को ‘मैनेज’ करके चुनाव जीता। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि कांग्रेस नेतृत्व ने उस समय कठोर कदम उठाए होते, तो पार्टी विरोधियों को 2024 के विधानसभा चुनाव में गद्दारी करने का साहस नहीं होता।
कांग्रेस की चुप्पी पर उठाया सवाल
विद्रोही ने कांग्रेस नेतृत्व की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब किरण चौधरी जैसी नेता, जो भाजपा से सांठगांठ कर पार्टी को धोखा देती हैं, उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाती, तो इससे गलत संदेश जाता है कि कांग्रेस भीतरघात को सहन करती है।” उन्होंने कहा कि भाजपा से सौदेबाजी के बाद जब किरण चौधरी ने कांग्रेस छोड़ी, तब भी कांग्रेस नेतृत्व ने कोई कठोर बयान नहीं दिया, जो संगठन की कमजोरी को दर्शाता है।
संगठन सृजन अभियान को बताया बड़ा अवसर
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहा “कांग्रेस संगठन सृजन अभियान” पार्टी के लिए गद्दारों को अलग-थलग करने का सुनहरा अवसर है। यदि इस अवसर को पार्टी ने गंभीरता से नहीं लिया, तो कार्यकर्ताओं में निराशा और गहराएगी तथा संगठन की जमीनी पकड़ कमजोर होगी।
“कांग्रेस को धर्मशाला न बनाएं”
विद्रोही ने तीखे शब्दों में कहा, “यदि कांग्रेस को धर्मशाला की तरह सबके लिए खुला छोड़ दिया गया, जहां गद्दारों और अवसरवादियों को भी संरक्षण मिले, तो पार्टी कभी भी भाजपा को सत्ता से बाहर नहीं कर सकेगी।”
अंत में उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से अपील करते हुए कहा कि हरियाणा में पार्टी को मज़बूत करने के लिए ज़रूरी है कि गद्दारों को संगठन से बाहर किया जाए और सच्चे, निष्ठावान कार्यकर्ताओं को नेतृत्व में जगह दी जाए।