गुड़गांव, 29 जून (अशोक)। देश की साईबर सिटी कहे जाने वाले गुड़गांव की असलियत रविवार सुबह हल्की बूंदाबांदी के बाद एक बार फिर सामने आ गई। धनवापुर रोड और रेलवे रोड स्थित प्रकाशपुरी चौक पर पानी का ऐसा जमावड़ा हुआ कि राहगीरों और दोपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। एक ओर स्मार्ट सिटी का दावा, दूसरी ओर बदहाल सड़कें और जलभराव — यह गुड़गांव की सच्चाई बनती जा रही है।

स्थानीय निवासी राजेश पटेल ने बताया कि मात्र हल्की बारिश से ही धनवापुर व प्रकाशपुरी क्षेत्र में कमर तक पानी भर गया। उन्होंने नगर निगम की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “हर साल करोड़ों रुपए नालों की सफाई के नाम पर खर्च होते हैं, लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात।”

धनवापुर रोड बनी जलजमाव की पहचान

  • सड़क पर बने गहरे गड्ढे अब हादसों को न्योता दे रहे हैं।
  • थोड़ी सी बारिश में सड़कें तालाब बन जाती हैं।
  • जलभराव कई-कई दिन तक रहता है, जिससे सड़कें और भी जर्जर हो जाती हैं।

गुड़गांव की विडंबना: राजस्व में नंबर-1, सुविधाओं में फिसड्डी

गुड़गांव हरियाणा का सबसे अधिक राजस्व देने वाला जिला है, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के नाम पर यहाँ के निवासियों को गड्ढों, जलभराव और ट्रैफिक जाम के सिवा कुछ नहीं मिल रहा। जलनिकासी व्यवस्था हर मानसून में फेल हो जाती है।

जनता की मांग:

  • ड्रेनेज सिस्टम की तुरंत समीक्षा और सुधार।
  • जलनिकासी के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए।
  • धनवापुर रोड की तत्काल मरम्मत की जाए।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन अब भी नहीं चेता, तो आने वाले मानसून की तेज बारिश शहर को पूरी तरह पानी में डुबो सकती है।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस चेतावनी को गंभीरता से लेता है या फिर अगली बारिश का बहाना बनाकर फिर से “समस्या पर विचार करेंगे” जैसे बयान देकर पल्ला झाड़ लेगा।

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