पंचकूला, 5 जुलाई 2025 – हरियाणा के स्कूलों में डिजिटल शिक्षा को लेकर हो रहे बदलावों और संसाधनों की स्थिति का जायजा लेने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने एक बड़ा कदम उठाया है। स्कूल शिक्षा मंत्री के आदेशानुसार राज्य के विभिन्न जिलों में नियुक्त HCS अधिकारियों की एक टीम को स्कूलों का निरीक्षण करने के लिए तैनात किया गया है।

निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य चार बिंदुओं पर केंद्रित होगा:

  1. डिजिटल बोर्ड्स का उपयोग
  2. छात्रों व शिक्षकों को दिए गए टैबलेट्स का उपयोग
  3. आईसीटी लैब्स की स्थिति और उनका उपयोग
  4. लैंग्वेज लैब्स की उपयोगिता

निरीक्षण के लिए तैनात अधिकारी व उनके जिले:

क्रमअधिकारी का नामपदनामआवंटित जिले
1श्रीमती अमृता सिंह, HCSअतिरिक्त निदेशक (MDM व प्रशासन)पंचकूला व यमुनानगर
2सुश्री कमलप्रीत कौर, HCSअतिरिक्त निदेशक (प्रशासन)कैथल, जींद, करनाल
3श्रीमती ममता, HCSअतिरिक्त निदेशक (MSS)कुरुक्षेत्र, अंबाला
4श्री सुरेंद्र सिंह, HCSसंयुक्त निदेशक (प्रशासन)हिसार, फतेहाबाद, सिरसा
5श्री संजीव कुमार, HCSसंयुक्त निदेशक (प्रशासन)महेंद्रगढ़, मेवात, पलवल, फरीदाबाद
6श्री मयंक वर्मा, HCSसंयुक्त राज्य परियोजना निदेशकपानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी
7श्री हिमांशु चौहान, HCSOSD/AC-SSEरोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी

रिपोर्ट की समयसीमा

सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे 15 जुलाई 2025 तक अपनी जांच रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को प्रस्तुत करें। यह रिपोर्ट न केवल वर्तमान स्थिति को उजागर करेगी, बल्कि सुधार के सुझाव भी दिए जाएंगे।

कहना है शिक्षा विभाग का

डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन हरियाणा जितेन्द्र कुमार IAS द्वारा हस्ताक्षरित इस आदेश में साफ किया गया है कि यह निरीक्षण प्रदेश में डिजिटल शिक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में एक ठोस कदम है।

यह आदेश सभी जिला प्रशासन, प्राचार्यों, शिक्षा अधिकारियों व अन्य संबंधित अधिकारियों को अविलंब कार्रवाई हेतु भेजा गया है। इससे उम्मीद की जा रही है कि हरियाणा के स्कूलों में डिजिटल उपकरणों की स्थिति और गुणवत्ता में पारदर्शिता व सुधार आएगा।

विशेष: यह कदम नई शिक्षा नीति 2020 के तहत “डिजिटल शिक्षण” को प्राथमिकता देने के उद्देश्य को मजबूत करता है।

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