ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज बोले – खिलाड़ियों के अधिकारों से समझौता नहीं, बीसीसीआई और IOA को लिखा जाएगा पत्र

भिवानी, 6 जुलाई – हरियाणा के दिव्यांग खिलाड़ियों के साथ हो रहे भेदभाव और उनके अधिकारों के हनन को लेकर शनिवार को डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ हरियाणा द्वारा पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। पत्रकारों के समक्ष संगठन पदाधिकारियों और खिलाड़ियों ने खुलकर आरोप लगाए कि बीसीसीआई से संबंधित संस्था DCCI और उसके महासचिव द्वारा लगातार तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।

हरियाणा के खिलाड़ियों की अनदेखी
पेरिस इंटरनेशनल ओलंपिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने आरोप लगाया कि DCCI न सिर्फ खिलाड़ियों की मांगों और सुविधाओं को अनदेखा कर रही हैं, बल्कि बार-बार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की टीमों से हरियाणा के खिलाड़ियों को बाहर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2019 में भारत ने इंग्लैंड में दिव्यांग क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था जिसमें हरियाणा के खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही, पर इस बार जानबूझकर चयन से वंचित कर दिया गया, जिससे भारत को 6-1 से हार का सामना करना पड़ा।

करोड़ों की धनराशि पर सवाल
ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने दावा किया कि DCCI को कॉरपोरेट CSR के माध्यम से करोड़ों रुपये प्राप्त हुए हैं, लेकिन वह पैसा खिलाड़ियों पर खर्च होने की बजाय निजी हितों में खर्च किया गया। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच हो और DCCI को भंग किया जाए।

ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज की सख्त चेतावनी –
पेरिस इंटरनेशनल ओलंपिक से शतरंज एशिया महाद्वीप के महासचिव ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज ने कहा कि यदि खिलाड़ियों के हितों से खिलवाड़ हुआ है तो यह गंभीर विषय है। उन्होंने घोषणा की कि बीसीसीआई, भारतीय ओलंपिक संघ IOA, खेल मंत्रालय भारत सरकार और राज्य सरकार को पत्र भेजकर इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा –

“खिलाड़ियों का पैसा सिर्फ खिलाड़ियों पर ही खर्च होना चाहिए, निजी स्वार्थ पर नहीं। यदि कोई संस्था BCCI के नाम का दुरुपयोग कर रही है तो उसे बंद किया जाना चाहिए।”

दिव्यांग समाज की एकजुटता –
इस मौके पर दिव्यांग समाज हरियाणा के पदाधिकारी ने कहा कि यदि हरियाणा के दिव्यांग खिलाड़ियों के साथ अन्याय होता है तो पूरा समाज उनके साथ खड़ा होगा और ज़रूरत पड़ी तो आंदोलन होगा।

उपस्थित प्रमुख हस्तियां:
ब्रह्मचारी कुलदीप शतरंज, गोवर्धन आचार्य, राजकुमार सुनसुना, अधिवक्ता सुनील, सुरेंद्र खटक, अश्विनी वधवा, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीपक भड़ाना, संदीप सैन, रविंद्र शर्मा, जोगिंद्र शेखावत, मास्टर लक्ष्मण गौड, भीम सिंह, कृष्ण मलिक, रविंद्र महला, राजेश बिष्ट समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

मुख्य मांगे:

  • DCCI महासचिव के खिलाफ जांच
  • बीसीसीआई और IOA से प्रमाणिकता की जानकारी
  • CSR धनराशि के लेन-देन की विस्तृत जांच
  • हरियाणा के खिलाड़ियों को सम्मान और समान अवसर
  • दिव्यांग खिलाड़ियों के अधिकारों की रक्षा

यह वार्ता हरियाणा के दिव्यांग खेल जगत में पारदर्शिता, समानता और जवाबदेही की माँग को रेखांकित करती है। आंदोलन की चेतावनी के साथ अब यह मामला सरकार व खेल संस्थाओं की गंभीर परीक्षा है।

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