अब 20 अगस्त को होगी अगली सुनवाई, शिकायतकर्ता पत्रकार सर्वदमन सांगवान का आरोप— तकनीकी उपकरण और चैनल की “की” हथियाकर करता रहा ग़ैरकानूनी गतिविधियां

रोहतक, 30 जुलाई। जींद का तथाकथित पत्रकार सुरेश कुमार सिसोदिया अंततः कानून के शिकंजे में फंस गया है। सोमवार को उसने रोहतक के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुश्री ममता की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। अदालत उसे फरार अपराधी घोषित करने की तैयारी कर चुकी थी, लेकिन अंतिम क्षणों में सिसोदिया ने अदालत में सरेंडर कर राहत पा ली।
वरिष्ठ पत्रकार सर्वदमन सांगवान द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, वर्ष 2020 में सुरेश सिसोदिया ने उनके लोकप्रिय न्यूज़ चैनल INDIA 24×7 Live News को खरीदने का सौदा किया था। खुद को दैनिक भास्कर और दैनिक जागरण का पत्रकार बताकर उसने सांगवान का विश्वास जीता और चैनल से संबंधित सभी दस्तावेज़, तकनीकी उपकरण, कैमरे और अन्य सामग्री लेकर गायब हो गया। दस्तावेज़ों पर गवाहों की मौजूदगी में हस्ताक्षर भी कराए गए थे।
समय पर भुगतान न करने पर जब शिकायत की गई, तो सिसोदिया ने समझौते के नाम पर एक चेक दिया, जो बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गया। इसके बाद सिसोदिया ने कथित तौर पर गुंडों और हैकरों की मदद से चैनल की डिजिटल “की” हैक कर ली और गैरकानूनी रूप से चैनल का संचालन करने लगा। आरोप है कि वह चैनल की आड़ में आपत्तिजनक गतिविधियों में भी लिप्त रहा।
हालांकि पुलिस की इकोनॉमिक सेल और सिविल लाइन थाना में शिकायतें दी गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विवश होकर सांगवान ने अपने वकील मुकेश देशवाल के माध्यम से अदालत का रुख किया। अदालत ने सिसोदिया को कई बार तलब किया, लेकिन वह पेश नहीं हुआ। बार-बार आदेश के बावजूद अनुपस्थित रहने पर अदालत ने उसे ग़ैर ज़मानती वारंट के तहत फ़रार अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित करने की कार्रवाई शुरू कर दी थी।
आख़िरी समय में सिसोदिया ने अपने वकील आशीष अरोड़ा के माध्यम से अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सुरेश सिसोदिया को ₹20,000 के मुचलके पर फिलहाल अंतरिम ज़मानत दे दी है।
इस मामले की अगली सुनवाई अब 20 अगस्त 2025 को होगी।
शिकायतकर्ता सर्वदमन सांगवान का कहना है कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और वे इस लड़ाई को अंतिम अंजाम तक ले जाएंगे।
(यह समाचार शिकायतकर्ता के बयान एवं अदालती कार्यवाही पर आधारित है।)