
गुरुग्राम, 31 जुलाई। रेवाड़ी से शुरू हुआ जनवादी महिला समिति का सामाजिक न्याय जत्था सोहना होते हुए आज गुरुग्राम के मनोहर नगर पहुंचा। स्थानीय धर्मशाला में आयोजित सभा में पुष्पमालाओं के साथ जत्थे का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रामवती और गिरिजा कुमारी ने की, जबकि संचालन जिला सचिव भारती द्वारा किया गया। जत्थे का नेतृत्व समिति की राज्य महासचिव उषा सरोहा, राज्य अध्यक्ष सविता, कोषाध्यक्ष अमिता और वरिष्ठ नेत्री शीलावती ने किया।

सभा को संबोधित करते हुए कोषाध्यक्ष अमिता ने कहा कि यह जत्था नशाखोरी, बेरोजगारी, अंधविश्वास, जातिवाद, साम्प्रदायिकता और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ गीत, नाटक, नृत्य व साहित्य के माध्यम से जनजागरूकता फैला रहा है। उन्होंने कहा कि “देश में मनुस्मृति लागू करने के प्रयास हो रहे हैं, जिसे बाबा साहेब अंबेडकर ने महिलाओं और दलितों के खिलाफ बताते हुए 1927 में जलाया था।”

वरिष्ठ नेत्री शीलावती ने देश में व्याप्त महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक-आर्थिक गैरबराबरी पर चिंता जताते हुए कहा कि इन समस्याओं ने युवाओं को अपराध और नशे की ओर धकेला है, जिसका सबसे बड़ा खामियाजा दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों को भुगतना पड़ रहा है।
राज्य महासचिव उषा सरोहा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा देने वाली सरकार यौन अपराधियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने महिलाओं से इस अन्याय के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
सभा में हरियाणा विज्ञान मंच के नेता ईश्वर नास्तिक ने अंधविश्वास पर व्याख्यान देते हुए चमत्कारों की पोल खोली। कार्यक्रम में सीटू नेता एस.एल. प्रजापति, सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व नेता देवी सिंह पंवार, प्रेमपाल, अजीत सिंह, उमेश खटाना, सुशीला, ओमप्रकाश सहित दर्जनों गणमान्य नागरिक एवं महिलाएं उपस्थित रहीं।