गुरुग्राम में जलभराव और यातायात की अराजकता से परेशान लोग, प्रशासन का ध्यान नदारद। गुरिंदरजीत सिंह

चुनावी वादों का खंडन! गुरुग्राम विधायक ने जनता के मुद्दों की ओर नहीं दिखाया ध्यान। गुरिंदरजीत सिंह

गुरुग्राम, 31 जुलाई 2025 – स्मार्ट और साइबर सिटी के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद गुरुग्राम की हालत बद से बदतर होती जा रही है। जलभराव, ट्रैफिक जाम, गंदगी, आवारा पशु और बिजली कटौती जैसी बुनियादी समस्याएं आज भी शहरवासियों को झेलनी पड़ रही हैं। इन हालातों पर समाजसेवी और इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने कड़ा रोष जताया है।

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा, “एनसीआर की सबसे समृद्ध कही जाने वाली मिलेनियम सिटी गुरुग्राम का नाम तो हाईटेक हो गया है, लेकिन ज़मीन पर हालात बिल्कुल विपरीत हैं। स्मार्ट और साइबर सिटी के नाम पर सरकार ने करोड़ों फूंक दिए, मगर लोगों की ज़िंदगी आज भी बदहाल है।”

उन्होंने बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता को कोई ठोस राहत नहीं मिल रही। समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना बैठा है।

विधायक पर लगाए निष्क्रियता के आरोप

गुरुग्राम विधायक मुकेश शर्मा पर निशाना साधते हुए गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि चुनावों से पहले किए गए वादे हवा में उड़ गए हैं। “विधायक केवल फीता काटने और फोटो खिंचवाने तक सीमित हैं, जबकि जनता गंदगी, जलभराव और बिजली की समस्या से जूझ रही है।”

शहर के कई इलाके जलमग्न, घरों में घुसा पानी

गुरिंदरजीत सिंह ने बताया कि शहर के भीमनगर, सेक्टर 4, लक्ष्मण विहार, अशोक नगर फेज 3, शीतला माता रोड और ओम नगर जैसे इलाकों में जलभराव ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई जगहों पर तो बारिश का पानी घरों के अंदर तक पहुंच गया है।

प्रताप नगर और मदनपुरी रोड पर जलभराव की समस्या पर भी उन्होंने विशेष चिंता जताई और कहा कि “जनप्रतिनिधि गायब हैं। चुनावों के समय जनता के बीच नजर आने वाले नेता संकट में नदारद हो जाते हैं।”

बरसात में खुदाई से बढ़ा खतरा, पार्षदों पर लगाया आरोप

गुरिंदरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि कुछ नव-निर्वाचित पार्षदों ने बरसात के दौरान सड़कों की खुदाई करवा दी, जिससे जलभराव और दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ गया। उन्होंने इसे “जनहित के खिलाफ खतरनाक कदम” बताया।

प्रशासनिक लापरवाही पर कड़ा प्रहार

उन्होंने कहा कि कई मंत्री और अधिकारी मानसून से पहले तैयारियों के दावे कर चुके थे, जो अब पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं। “जब पूरा शहर जलमग्न है तो क्या अब भी उन अधिकारियों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए?”

राजनीतिक दलों से की अपील

गुरिंदरजीत सिंह ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे ऐसे जनप्रतिनिधियों को टिकट न दें जो केवल चुनाव के समय जनता में नजर आते हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की कि वे इन समस्याओं का समाधान शीघ्र करें और गुरुग्राम को वास्तव में स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाएं।

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