– आचार्य डॉ. महेन्द्र शर्मा ‘महेश’, पानीपत

???? व्रत: 15 अगस्त 2025
- कारण: चंद्रोदय के समय अष्टमी तिथि का होना आवश्यक।
- पानीपत में चंद्रोदय: रात 10:47 बजे।
- व्रत पारण: चंद्रोदय के बाद।
???? उत्सव: 16 अगस्त 2025 (मथुरा)
- कारण: रात 9:35 बजे नवमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी।
- इस दिन केवल उत्सव मनाया जाएगा, व्रत नहीं रखा जाएगा।
- चंद्रोदय: रात 11:32 बजे (नवमी तिथि में)।
???? विशेष
- उत्तर/पूर्व भारत और दक्षिण भारत के कुछ सम्प्रदाय नक्षत्र (रोहिणी) के आधार पर 17 अगस्त 2025 को भी जन्माष्टमी पर्व मनाएंगे।
- पंचांग अनुसार: अष्टमी तिथि 15 अगस्त रात 11:50 बजे से 16 अगस्त रात 9:35 बजे तक।
???? अधिक जानकारी: श्री पंचांग दिवाकर जालंधर संवत्सर 2082 (2025-26 ई.) पृष्ठ 19-21।
???? व्रत तिथि के अनुसार, उत्सव मनाने का समय आपकी श्रद्धा और सुविधा पर निर्भर है।