-अटेली विधायक का किया घेराव
नारनौल । बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों ने पीटीआई संघर्ष समिति के जिला प्रधान आशीष यादव के नेतृत्व में शुक्रवार को स्थानीय चितवन वाटिका में अनशन जारी रखा। आज अनशन पर निहाल सिंह खंडेलवाल, सूबे सिंह, वृजेश कुमारी व कृपा देवी को मुकेश कुमार, अनिल हुड्डा, जिला उप प्रधान कृष्णा सोनी व बबीता देवी ने माला पहनाकर अनशन पर बैठाया। तत्पश्चात सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा महेंद्रगढ़ के जिला सचिव महेश भारतीय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज पी.टी.आई. साथियों को धरने पर बैठे 26वां दिन है, परन्तु सरकार का कोई भी नुमाइंदा इन साथियों की सुध-बुध लेने नहीं आया।
तत्पश्चात सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान कौशल कुमार के नेतृत्व में जिला के सभी पीटीआई अपने परिजनों सहित नई अनाज मंडी अटेली में एकत्रित हुए और वहां से पैदल मार्च करते हुए अटेली वासियों को पंपलेट बांटकर पीटीआई अध्यापकों के साथ हुए अत्याचार के बारे में अवगत करवाया। तत्पश्चात सभी साथी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अटेली स्थित विधायक सीताराम यादव के कार्यालय में विधायक से अपील की कि वे जन प्रतिनिधि होने के नाते खट्टर सरकार से सभी 1983 पीटीआई की पुन: बहाली की पुरजोर मांग करें।
इससे पता चलता है कि सरकार अपनी हठधर्मिता पर उतारू है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान रमेश कुमार ने कहा कि सरकार को राजनीति से ऊपर उठकर 1983 पीटीआई परिवारों के बारे में सोचना चाहिए। जब 1983 पीटीआई में से किसी एक का भी दोष नहीं है तो इन निर्दोषों को सजा क्यों दें रही है सरकार। सरकार को अपनी विधायी शक्तियों का प्रयोग करते हुए तुरंत इन 1983 पीटीआई को बहाल करना चाहिए।
शारीरिक शिक्षा संघ के जिला प्रधान सुभाष सोनी ने सभी साथियों से एकजुट रहकर परीक्षा का बहिष्कार करने का आह्वान किया और कहा कि कोई भी साथी किसी भी सूरत में परीक्षा ना दें, क्योंकि अब यह लड़ाई केवल हमारी नहीं है, बल्कि जो हमारे साथी हमें छोडक़र इस दुनिया से जा चुके हैं उनके हक की लड़ाई भी हमें ही लडऩी है और सरकार को मजबूर करना है कि वह अपने इस बर्बरता पूर्ण निर्णय को वापस लें और सभी साथियों को बहाल करें। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला सचिव दिनेश यादव ने कहा कि पहले भी सरकारें कर्मचारियों का शोषण करती रही है, परंतु हमारी एकजुटता ने हमेशा ही सरकार को झुकने पर मजबूर किया है इस बार भी हम सभी सरकार के इस अन्याय पूर्ण कदम को सहन नहीं करेंगे और सभी पीटीआई साथियों की सेवा बहाली करवा कर ही दम लेंगे।