धनखड़ के आने से भिवानी के भाजपाईयों के हौंसले बुलंद, मंच के बैकड्राप पर नहीं था आयोजकों का फोटो, अलग-अलग रंगों में दिखाई दिये प्रदेशाध्यक्ष
ईश्वर धामु
भिवानी। भाजपा की भिवानी जिला इकाई ने पार्टी के प्रदेश अधयक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का शालीन और गरिमापूर्ण सम्मान समारोह कर भिवानी के राजनैतिक इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया। राजनैतिक चर्चाकारों का कहना है कि इससे पूर्व भिवानी में किसी भी पार्टी के प्रदेश प्रधान का स्वागत इस स्तर पर नहीं हुआ है। धनखड़ के स्वागत समारोह में कई प्रचलित राजनीतिक परम्पराओं को बदल डाला। अभी तक मंच पर लगने वाले बैकड्राप में आयोजक की फोटो अवश्य होती थी परन्तु इस समारोह में कार्यक्रम के आयोजक पार्टी के जिला प्रधान शंकर धूपड़ की फोटो नहीं थी। इतना ही नहीं इस राजनैतिक कार्यक्रम में समापन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
इस तरह भाजपा जिला इकाई ने राजनीतिक समारोह में नई परम्पराओं की नींव डाल दी। इस सम्मान समारोह की एक विशेषता यह भी रही कि मुख्यअतिथि ओमप्रकाश धनखड़ अलग-अलग रंगों में नजर आए। जब उन्होंने जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित किया तो वे एक शिक्षक लग रहे थे परन्तु जब उन्होंने कार्यकर्ताओं बात की तो वे अध्यक्ष के रूप में नजर आए। इसके ठीक विपरीत सांस्कृतिक कार्यक्रम में धनखड़ कला प्रेमी के रूप में नजर आए। उन्होंने सांस्कृतिक परिवार द्वारा प्रस्तुत नृत्य में जम कर कलाकारों को दाद दी। लेकिन जब वे इस समारोह के साथ शहर में छोटे-छोटे आयोजनों में उनका अलग ही रूप था। जब अनाथालय में उन्होंने पौधारोपण किया तो उन्होंने वहां बच्चों को बुला लिया और उनके बीच में बैठ कर आधा घंटा से ज्यादा बात की। उन्होंने इन बच्चों को दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढऩे की प्रेरणा दी।
0 धनखड़ का यह यम्मान समारोह राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और आने वाले समय में जिला भाजपा की दिशा तय करेगा। क्योंकि ओमप्रकाश धनखड़ की प्रदेशाध्यक्ष के रूप में अपनी अलग ही कार्यशैली है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार सम्भालने के बाद पदाधिकारियों से पहली ही बैठक में यह स्पष्ट कर लिया था कि उनको काम के शत-प्रतिशत परिणाम चाहिए। यह उनके द्वारा जारी जिला प्रधानों की सूची से भी स्पष्ट हो रहा था। इस समारोह में भी धनखड़ ने यह संदेश देने का प्रयास किया कि जिला की इकाई एक जुट कोहक कार्यक्रम और नीतियों को जन-जन तक पहुंचायेगें। उन्होंने कार्यकर्ताओं के सम्मान को भी सर्वोपरि रखा। नि:संदेह धनखड़ के भिवानी आने से भाजपाईयों के हौंसले बुलंद हुए हैं।