–मंत्री के निर्देश पर पुरातत्व विभाग की टीम ने किया स्मारकों का निरीक्षण

नारनौल, रामचंद्र सैनी

 प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव के निर्देश पर केंद्रीय पुरातत्व विभाग के वरिष्ठ संरक्षण अधिकारी प्रवीण कुमार व  पुरातत्व विभाग चंडीगढ के संरक्षण अधिकारी गौरव कुमार के संयुक्त नेतृत्व में एक टीम ने नारनौल शहर के ऐतिहासिक इमारतों का निरीक्षण किया। जिनमें बीरबल के छत्ते, त्रिपोलिया गेट, चोर गुम्बद व मिर्जा अलीखां की बावडी का निरीक्षण करते हुए टीम के अधिकारियों ने बताया कि करोड़ों रूपयों की लागत से कुछ औपचारिकता पूरी करने के बाद नारनौल की इन ऐतिहासिक धरोहरों का जीर्णाेद्वार कार्य शुरू किया जाएगा। निरीक्षण करने पहुंची टीम के सदस्यों ने इन धरोहरों का बारीकी से निरीक्षण किया। धरोहरों की पैमाइश करके इनका एस्टीमेट का खाका भी मौके पर ही तैयार किया गया। इस मौके पर टीम के सदस्यों ने यह भी कहा कि इन ऐतिहासिक धरोहरों के आसपास के संरक्षित क्षेत्र में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा, इसके आम नागरिकों को भी अपना सहयोग देना होगा।


सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि नारनौल की इन ऐतिहासिक धरोहरों का जीर्णाेद्वार होने के बाद यह क्षेत्र एक पर्यटन स्थल के रूप में एक पहचान स्थापित करेगा। पर्यटकों की आने से इस क्षेत्र के हर वर्ग के लोगों को इनका लाभ मिलेगा, वहीं नारनौल क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र में भी अपनी अलग पहचान बनाएगा। मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि काफी समय से शहर के लोगों की मांग चली आ रही थी कि रखरखाव के अभाव में नारनौल की ऐतिहासिक धरोहर खंडित होती जा रही है। जिसके चलते इन का अस्तित्व खतरें में था और नारनौल की ऐतिहासिक पहचान विलुप्त होती जा रही थी। नारनौल की ऐतिहासिकता बचाये रखने के लिए इन इमारतों का जीर्णाेद्वार अति आवश्यक था। इसलिए ही केंद्र व हरियाणा सरकार के सहयोग से अब इन ऐतिहासिक इमारतों का जीर्णोंद्वार कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने नारनौल की जनता से अपील की है कि वे भी पुरातत्व विभाग की इन ऐतिहासिक धरोहरों को संजोय रखने के लिए अपना सहयोग दें तथा इनके आसपास गंदगी आदि ना फैलाये।

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