शहर में प्रदर्शन कर गृह मंत्री का फूंका पुतला
चरखी दादरी जयवीर फोगाट

बिजेंद्र उर्फ बिंदर की हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी में देरी से गुस्साए परिजनों व सामाजिक संगठन सड़कों पर उतर गए तथा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जमकर बवाल काटा। विरोध प्रदर्शन के बाद एसपी विनोद कुमार से मुलाकात करते हुए हत्या में संलिप्त सभी आरोपित पुलिस कर्मचारियों को गिरफ्तार करने, एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपये अर्थिक मदद की गुहार लगाई। उन्होंने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि एक सप्ताह में अगर तमाम आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो पंचायत में बड़ा निर्णय लिया जाएगा।
ज्ञात रहे कि 7 फरवरी को गौशाला चौक निवासी बिजेंद्र उर्फ बिंदर की ब्रेजा गाड़ी सवार कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में लाल रंग की बे्रजा गाड़ी का नंबर मिला वो पुलिस कर्मचारी का था, जो रोहतक एसटीएफ में तैनात है। मामले की पड़ताल आगे बढ़ी तो सामने आया कि बिंदर की मौत एसटीएफ में शामिल पुलिस कर्मचारी की गोली से हुई थी। दादरी पुलिस ने इस मामले में एक आरोपित सिपाही को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया था कि उन्होंने बलियाणा निवासी विक्की पंडित के हत्यारोपी मानकर गोली चलाया थी। गोली कार के शीशे पर मारी थी, जो बिंदर की गर्दन में जा लगी।
मामले में सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से गुस्साए परिजन व सामाजिक संगठन पदाधिकारी रोज गार्डन के समक्ष एकत्रित हुए। इसके बाद शहर में विरोध प्रदर्शन किया गया तथा परशुराम चौक पर गृह मंत्री का पुतला फूंका उसके बाद नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे तथा धरना दिया। लोगों को गुस्से को भांप एसपी विनोद कुमार खुद धरना स्थन पर पहुंचे तथा बातचीत की। परिजनों ने कहा कि बिजेंद्र तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसकी मौत के बाद परिवार में कमाने वाला नहीं बचा। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए। अगर एक सप्ताह में कार्यवाही नहीं हुई तो दुबारा बड़ा प्रदर्शन कर शहर में चक्का जाम करने की चेतावनी भी दी गई। सरकार को इस बारे एक ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया।
इस मौके पर अधिवक्ता संजीव तक्षक, किसान नेता राजू मान, सुरेश फौगाट, रविन्द्र गुप्ता, वीरेंद्र डूडी, मनोज वर्मा, जगबीर घसोला, नरेंद्र फतेहगढ़, धर्मपाल महराणा समेत अनेकों गणमान्य मौजूद थे।