चरखी दादरी जयवीर फोगाट
25 सितंबर – किसान अपनी फसल पर पूरी लागत लगा चुके हैं और भारी बरसात से बर्बाद फसलों से उनको बड़ी आर्थिक चोट पहुंची है। ऐसे में पूर्व केबिनेट मंत्री किरण चौधरी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी द्वारा क्षेत्र में दौरे के दौरान बनाया दबाव रंग लाया है और सरकार को स्पेशल गिरदावरी के आदेश जारी करने पड़े हैं। यह बात किसान कांग्रेस नेता राजू मान ने मन्दोला गांव में फसलों का निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार को उन किसानों को भी मुआवजा देना चाहिए जिन्होंने बीमा नहीं करवाया है। उन्होंने कहा कि अभी भी खेतों में पानी भरा हुआ है।मान ने बताया कि बुजुर्गों ने ठीक कह रहे हैं कि अबकी बार ना राम राजी है और ना राज। तीन काले कानून बनाकर सरकार ने जहां किसान- मजदूरों की कमर तोड़ दी वहीं भारी बरसात कर राम ने फसलें बर्बाद कर किसानों को कहीं का नहीं छोड़ा है। सरकार को राहत के कदम उठाने चाहिए थे लेकिन उसके कानूनों पर जूं तक नहीं रेंगी। पूर्व मंत्री किरण चौधरी का सप्ताह भर और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के चार दिवसीय दौरे के साथ किसान संगठनों की उठाई आवाज ने सरकार को झुकने पर विवश कर दिया है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले किसानों की आय दुगुनी करने का दावा करने वाले भाजपाई सत्ता पाने के बाद जनता से किये सभी वायदे भूल गए हैं और किसानों की आमदनी बढ़ाने की बजाए फसल की लागत दोगुनी जरूर कर दी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बावजूद पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य रिकॉर्ड स्तर है। सरकार आम जनता की जेब खाली करने पर आमादा है। बढ़ी हुई मंहगाई ने गरीब और मध्यम वर्ग का जीना दूभर कर दिया है।
किसान नेता राजू मान ने कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा सत्र में पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी ने खरीफ और रबी सीजन के फसलों के मुआवजे की बकाया राशि का मसला जोर-शोर से उठाया था जो कि अभी तक सरकार के पास लंबित पड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तीनों काले कानूनों के खिलाफ हो रहे संघर्ष में किसानों के साथ खड़ी है और 27 सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का पूरी तरह से समर्थन करती है। इस मौके पर पवन, रणबीर, सुदेश, भूपेंद्र, सुरेंद्र, विनोद इत्यादि मौजूद थे।