कितलाना टोल पर धरने के 288वें दिन कृषि मंत्री जेपी दलाल की भाषा पर किसानों ने जताया रोष
चरखी दादरी जयवीर फोगाट
08 अक्तूबर,यूपी की योगी सरकार लखीमपुर खीरी कांड के अपराधियों को पकड़ने में जान बुझकर देरी कर रही है। यह आरोप सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई ने कितलाना टोल पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को सम्बोधित करते हुए लगाया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के ढीलेपन को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट को भी कड़ी टिप्पणी करनी पड़ी और उसने गिरफ्तारी में देरी को लेकर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि तीन काले कानूनों को रद्द करने करवाने के लिए लखीमपुर खीरी के किसानों द्वारा दी गई शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और सरकार को ये काले कानून वापिस लेने ही होंगे।
किसान सभा के रणधीर कुंगड़ ने कहा कि हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल भाईचारे को बिगाड़ने के लिए बार बार इलाके का दौरा कर रहे हैं लेकिन वो जिस तरह से भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वो बेहद निंदनीय है। किसानों ने लगातार दो दिन उनका कड़ा विरोध किया है और उन्हें पिछले दरवाजों से भागना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री भूल रहे हैं कि ये कुर्सी स्थाई नहीं है और आखिर में भाईचारे में ही आना पड़ेगा इसलिए उन्हें मर्यादा नहीं लांघनी चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर धरने के 288वें दिन सांगवान खाप चालीस के सचिव नरसिंह सांगवान डीपीई, श्योराण खाप के राजू मान, फौगाट खाप के राजबीर फौगाट, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, शब्बीर हुसैन ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है पर किसान और मजदूर तीन काले कानूनों के खिलाफ अपने संघर्ष के पथ पर शांतिपूर्ण ढंग से अग्रसर हैं।
धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर सुरजभान सांगवान, सुरेंद्र कुब्जानगर, कप्तान रामफल डोहकी, सूबेदार सत्यवीर, नंदलाल अटेला, राजेंद्र चरखी, जगदीश झोझू, हरबीर नम्बरदार, चंद्र सिंह पैंतावास कलां, जोधा, रणबीर छपार, शिवलाल दातोली, धनपत, सुल्तान खान, राजबाला कितलाना, संतरा, कृष्णा, सुरेश डोहकी, ओमपाल इत्यादि मौजूद थे।