Tag: प्रियंका सौरभ …….. रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस

महिला आरक्षण की दहलीज़ पर लोकतंत्र: अब दलों को जिम्मेदारी उठानी होगी

2023 में पारित नारी शक्ति वंदन अधिनियम भारत में राजनीति के स्वरूप को बदलने का ऐतिहासिक अवसर है। हालांकि इसका क्रियान्वयन 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले संभव है, लेकिन…

“कॉलर ट्यून की विदाई: जनता की सुनवाई या थकान की जीत?”

“कॉलर ट्यून को अलविदा कहा गया।” 6 दिन पहले प्रकाशित हुआ मेरा लेख — “कॉलर ट्यून या कलेजे पर हथौड़ा: हर बार अमिताभ क्यों? जब चेतावनी बन गई चिढ़” अमिताभ…

लैंगिक समानता की राह में भारत की गिरावट: एक चिंताजनक संकेत

-प्रियंका सौरभ विश्व आर्थिक मंच (वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम) की वैश्विक लैंगिक अंतर रिपोर्ट 2024 में भारत को 148 देशों में 131वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। यह न केवल दो पायदान…

नया लोकतंत्र? (संपादकीय स्थान रिक्त है) : “जब कलम चुप हो जाए: लोकतंत्र का शोकगीत”

आपातकाल के दौरान अख़बारों ने विरोध में अपना संपादकीय कॉलम ख़ाली छोड़ा था। आज औपचारिक सेंसरशिप नहीं है, लेकिन आत्म-सेन्सरशिप, भय और ‘राष्ट्रभक्ति’ के नाम पर विचारों का गला घोंटा…

दुर्घटना पीड़ितों के लिए “कैशलेस” उपचार : नीयत नेक, व्यवस्था बेकार

इस देश में जब कोई सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो सबसे पहले यह नहीं पूछा जाता कि ज़ख्म कितना गहरा है — पहले यह पूछा जाता है कि “पहचान…

गले में डंक, दिल में सन्नाटा: मधुमक्खी से मृत्यु और मानव की नाजुकता पर गहन दृष्टि

प्रियंका सौरभ ………… (स्वतंत्र स्तंभकार, कवयित्री एवं सामाजिक विषयों पर लेखिका) 12 जून 2025 की सुबह लंदन के एक पोलो मैदान में घटी एक घटना ने आधुनिकता की चमक-दमक में…

योग : मन की विजय, आत्मा की यात्रा

“योग सिर्फ शरीर नहीं, विचारों की शुद्धि और चेतना का विस्तार है” प्रियंका सौरभ योग का मूल मंत्र : “मन ही सब कुछ है” “जो आप सोचते हैं, आप वही…

विश्वविद्यालय: शिक्षा का मंदिर या जाति की प्रयोगशाला?

“हमारी जाति एचएयू: हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र आंदोलन और जातिगत अन्याय के खिलाफ उठती आवाज” हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू), हिसार – देश के प्रतिष्ठित कृषि संस्थानों में गिना जाता…

“भविष्य बताने वाले, वर्तमान से बेख़बर क्यों”

देश में इतने बड़े-बड़े भविष्य वक्ता… फिर भी किसी बड़े हादसे की ख़बर तक नहीं मिलती? जब आपदा आई और बाबा ऑफलाइन थे जो लोग दावा करते हैं कि उनका…

CET की डेट एक्सटेंशन का दिखावा, महज 48 घण्टे बढे,   कौन जिम्मेदार है इस टॉर्चर के लिए ?

सरल पोर्टल की असफलता: हरियाणा के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ सर्टिफिकेट कहाँ से लाएं? हरियाणा में आज जो हालात हैं, वहां डिजिटल नहीं, टॉर्चर इंडिया का निर्माण हो रहा…