Tag: डॉ सत्यवान सौरभ

हमें सॉफ्ट पुलिसिंग की आवश्यकता क्यों है?

समाज की सेवा व सुरक्षा के लिए व्यवस्थित की गई पुलिस हर जगह अपनी भद्द पिटाती रहती है। इसका मुख्य कारण यही रहा है कि समाज के लोगों, विशेषत: गांवों,…

12 सितंबर – दादा-दादी दिवस…….दादा-दादी की भव्यता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

–डॉ सत्यवान सौरभ दादा-दादी बच्चों के सबसे अच्छे दोस्त होते हैं, जिनके साथ वे अपने रहस्यों को खुलकर साझा कर सकते हैं। दादा-दादी भगवान का एक उपहार है जिसे हमें…

10 सितंबर – विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस विशेष ……. आत्महत्या मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण क्यों है ?

अब समय आ गया है कि हम अपने शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र को नए अर्थों, जीवन जीने के नए विचारों और नई संभावनाओं को संजोने के तरीकों से नए सिरे से…

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस विशेष……. स्कूल न जाने वाले बच्चों में लड़कियों का आज भी बड़ा हिस्सा।

हाई स्कूल के बाद 50 प्रतिशत लड़कियों की शादी हो जाती है और बाकी 12वीं में आ जाती हैं। इसके बाद इनमें से लगभग 25 प्रतिशत लड़कियाँ कॉलेज में दाखिला…

एक शिक्षक, सैंकड़ों ड्यूटी, लाखों खाली पद, कैसे बदलेगी बच्चों की दुनिया?

एक बच्चा, एक शिक्षक, एक किताब, एक कलम दुनिया बदल सकती है। भारत में वर्तमान शिक्षक अपने लक्ष्यों को कवर करने में असमर्थ है। क्योंकि एक शिक्षक और सैंकड़ों ड्यूटी,…

शिक्षा के सँग कीजिये, भोजन उचित प्रबंध।
पोषण सह बल से बढ़े, जीवन का अनुबंध।।

बच्चों को ज्ञान के साथ स्वस्थ भोजन सशक्त बनाता है। पोषण से बच्चों की बढ़त अच्छी होती है। और दिमाग का विकास होता हैं। सही पोषण से बीमारियों से लड़ने…

हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2020 के लिए डॉ सत्यवान सौरभ की पुस्तक का चयन

चण्डीगढ़, – हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2020 के लिए हिन्दी व हरियाणवी भाषा के श्रेष्ठ पाण्डुलिपि अनुदानों की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना,…

कोरोनाकाल की कैद में सौरभ दम्पति ने रची तीन पुस्तकें

डॉ सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है, एक दोहाकार के रूप में जहां उनकी दोहा सतसई ‘तितली है का खामोश’ के अलावा हजारों दोहे…