Tag: भारतीय लोकतंत्र

 पत्रकार, सोशल मीडिया और संविधान ………..  असहमति की आवाज़ क्या अब अपराध है? 

– अभिमनोज भारतीय लोकतंत्र की आत्मा उसकी अभिव्यक्ति में बसती है — वह अभिव्यक्ति जो सत्ता से प्रश्न करती है, समाज को जागरूक बनाती है, और जनता के पक्ष में…

ई-वोटिंग: लोकतंत्र की मजबूती या तकनीकी जटिलता?

ई-वोटिंग मतदान प्रक्रिया को सरल, सुलभ और व्यापक बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है। बिहार के प्रयोग से स्पष्ट है कि मोबाइल ऐप के माध्यम से…

 आपातकाल में श्रीमती इंदिरा गांधी ज़ुल्म  करने में अंग्रेजों से आगे निकल गई थी: महावीर भारद्वाज

गुरुग्राम, 24 जून। 25 जून 1975 को तात्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी।21 महीने चले इस कालखंड को देश के इतिहास में…

UPSC टॉपर या जाति टॉपर? …………… प्रतिभा गुम, जाति और पृष्ठभूमि का बाज़ार गर्म

देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा अब जातीय गौरव का तमाशा बन चुकी है। जैसे ही रिज़ल्ट आता है, प्रतिभा और मेहनत को धकिया कर जाति, धर्म और ‘किसान की झोपड़ी’…

‘हाईकमान’ संस्कृति, लोकतांत्रिक मूल्यों का निरादर…..

एक बार राष्ट्रीय पार्टी के राज्य में सत्ता हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री के चयन में पार्टी आलाकमान के पास असंगत रूप से बड़ा विवेक होता है, राज्य के विधायकों…

राजनीति की शिकार हुईं एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकें

योगेन्द्र यादव हाल ही में एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य पुस्तकों में हेरफेर पर हुआ विवाद एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। क्या भारत को लोकतंत्र की जननी साबित करने को लालायित…

जातिवाद का मटका कब फूटकर बिखरेगा?

इस देश में दो मराठी महापुरुष आये। दोनों ने देश पर इतना उपकार किया कि ये देश उनका उपकार नहीं भुला सकता। एक ने धर्म कि रक्षा कि छत्रपति शिवाजी…

कांग्रेस के सभी 30 विधायकों ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में मतदान किया : विद्रोही

हरियाणा में अन्य सभी दल, नेताओं के शरीर बेशक विपक्ष में है, पर पहले राज्यसभा चुनाव व अब राष्ट्रपति चुनाव ने साबित कर दिया है कि पर्दे के पीछे वे…

मोदी ने एक और तमाशा खड़ा कर दिया

जब पता चला कि रैली फ्लॉप है,लोग आए नही हैं तो साहेब ने यह खेल रचा। सड़क मार्ग से जाने का प्रोग्राम ही नहीं थाफिर अचानक बनाए गए तय रुट…