Category: विचार

ट्रंप की वापसी और व्यापार युद्ध की वैश्विक आग: दुनिया के लिए चेतावनी की घंटी

डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वापसी के साथ वैश्विक व्यापार युद्ध का खतरा फिर गहराने लगा है। उन्होंने विभिन्न देशों को शुल्क बढ़ोतरी की चेतावनी देते हुए पत्र भेजे हैं। इससे…

धर्मांतरण का धंधा: विदेशी फंडिंग और सामाजिक विघटन का षड्यंत्र

उत्तर प्रदेश में एटीएस ने एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें विदेशी फंडिंग के जरिए करीब 100 करोड़ रुपये 40 खातों में भेजे गए। मुख्य आरोपी ‘छांगरू…

“कृत्रिम बुद्धिमत्ता: नवाचार की उड़ान या बौद्धिक चोरी का यंत्र?”

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आज नई रचनात्मकता का माध्यम बन चुकी है, पर यह बहस का विषय है कि क्या यह नवाचार, रचनाकारों की मेहनत की चोरी पर टिका है? अमेरिका…

ई-वोटिंग: लोकतंत्र की मजबूती या तकनीकी जटिलता?

ई-वोटिंग मतदान प्रक्रिया को सरल, सुलभ और व्यापक बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है। बिहार के प्रयोग से स्पष्ट है कि मोबाइल ऐप के माध्यम से…

सहकारिता का शक्ति-संगम: सफलता की कुंजी ……. सहकारिता : एक बेहतर विश्व का निर्माण

103 वाँ अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस 5 जुलाई 2025- सहकारिता एक बेहतर दुनियाँ के लिए समावेशी और टिकाऊ समाधान है वैश्विक स्तरपर सहकारी समितियों के लिए उद्यमशीलता पारिस्थितिकीतंत्र और प्रतिष्ठानों को…

रील की दुनिया में रियल ज़िंदगी का विघटन, दिखावे की दौड़ में थकती ज़िंदगी ……..

सोशल मीडिया: नया नशा, टूटते रिश्ते और बढ़ता मानसिक तनाव -प्रियंका सौरभ आज का समाज एक ऐसे मोड़ पर आ खड़ा हुआ है जहाँ एक तरफ़ तकनीकी प्रगति ने जीवन…

महिला आरक्षण की दहलीज़ पर लोकतंत्र: अब दलों को जिम्मेदारी उठानी होगी

2023 में पारित नारी शक्ति वंदन अधिनियम भारत में राजनीति के स्वरूप को बदलने का ऐतिहासिक अवसर है। हालांकि इसका क्रियान्वयन 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले संभव है, लेकिन…

साहित्य का मंच या शिकार की मंडी?….नई लेखिका आई है — और मंडी के गिद्ध जाग उठे हैं

नई लेखिकाओं के उभार के साथ-साथ जिस तरह साहित्यिक मंडियों में उनकी रचनात्मकता की बजाय उनकी देह, उम्र और मुस्कान का सौदा होता है — यह एक गहरी और शर्मनाक…

“बिना आलोचना के न जीने वालों से रहें सावधान – खुद न बनें वैसा”

जब हम किसी और पर आरोप लगाते हैं, तो हमको अपनी गलतियों पर आत्म-चिंतन, जवाबदेही पर भी विचार करना चाहिए। एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र-वैश्विक स्तरपर दुनियाँ के हर…

राजनीति में अब चापलूसों की चौकड़ी में रहने के दिन लद गए — चौकन्नी हुई जनता …….

विधायक-सांसद और मंत्री को अब टैलेंट चौकड़ी में दिखना बेहतर रहेगा चापलूसी अस्त्र बनाम हुनर व योग्यता का अस्त्र अगर पल भर को भी मैं, बे-ज़मीर बन जाता, यकीन मानिए…