Category: विचार

रिश्तों के लाश पर खड़ा आधुनिक प्रेम

रिश्ते, भ्रम और हत्या इंदौर के राजा की मेघालय में हनीमून के दौरान हत्या, उसकी नवविवाहिता पत्नी द्वारा प्रेमी संग मिलकर की गई निर्मम साजिश, आधुनिक प्रेम की भयावह हकीकत…

स्त्री जब सांचों को तोड़ती है, समाज चीख पड़ता है — “क्या हो गया है इन औरतों को?”

“जब कोई महिला अपराध में शामिल होती है, तो समाज उसकी परवरिश, चरित्र और कोमलता पर सवाल उठाता है, जबकि पुरुष अपराधियों को अक्सर सहानुभूति या ‘दबंगई’ का जामा पहनाया…

मिलावट: मुंह में नहीं, ज़मीर में घुला ज़हर

मिलावट अब केवल खाने-पीने तक सीमित नहीं रही, यह हमारे सोच, संबंध, और व्यवस्था तक में घुल चुकी है। मूँगफली में पत्थर हो या दूध में डिटर्जेंट, यह मुनाफाखोरी की…

ज़ब सईंयाँ भए कोतवाल, अब डर काहे का?

भारत की वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस मुहिम को झटका?–पाकिस्तान को UNSC की आतंकवादरोधी समिति का उपाध्यक्ष और तालिबान प्रतिबंध समिति का अध्यक्ष बनाया गया! पाक को संयुक्त राष्ट्र…

किताबी ज्ञान बनाम व्यवहारिक ज्ञान: शिक्षा का असली अर्थ क्या है?

किताबी ज्ञान बनाम व्यवहारिक ज्ञान तुम तो पढ़े लिखे हो! हम तो ठहरे अनपढ़! व्यंग्य – व्यवहारिक शिक्षा और ज्ञान में परिपक्व व्यक्तियों द्वारा किताबी शिक्षा प्राप्त व्यक्तियों पर तानों…

इतिहास की परछाइयों में स्त्री: संस्कृति और सभ्यता का एक नया पाठ

राखीगढ़ी: भारत की स्त्री-केंद्रित सभ्यता की झलक हरियाणा स्थित राखीगढ़ी हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल है, जहाँ से मिले 4600 साल पुराने महिला कंकाल, शंख की चूड़ियाँ और ताम्र…

“पिछले साल के पौधे भी देखे क्या?”

हर वर्ष ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर हम पौधे लगाते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, लेकिन एक प्रश्न अनदेखा रह जाता है — क्या पिछले साल लगाए पौधे अभी भी जीवित हैं?…

विश्व का पहला कृषि आतंकवाद -कोविड-19 महामारी नें जैसे इंसानों को नष्ट किया वैसे फंगस फसलों को बर्बाद कर देता है 

चीनी साजिश पर दुनियाँ हैरान- अमेरिका को भूख मारने का था प्लान-फंगस के ज़रिए,अनाज, खाद्य पदार्थ,फसलों को बर्बाद करना था प्लान आधुनिक आतंकवाद व युद्ध, मानवीय जीवन की मृत्यु, फसलों…

कुदरत के सबक को कब पढ़ेगा इंसान?”

पाँच साल पहले कोविड-19 लॉकडाउन ने जहां दुनिया की अर्थव्यवस्था को झकझोरा, वहीं पर्यावरण को राहत दी। वायु प्रदूषण, ग्रीनहाउस गैसों और औद्योगिक उत्सर्जन में गिरावट ने साबित किया कि…

आम जनता ने सुप्रीम कोर्ट, जिला मजिस्ट्रेट व जजों के चुनाव में वोट डाले ………

मेक्सिको बना विश्व का पहला देश जहां आम जनता ने न्यायिक पदों के लिए मतदान किया – लोकतंत्र की दिशा में सुधार या नया विवाद? आम जनता ने सुप्रीम कोर्ट,जिला…