क्या मीटिंग वीडियो वायरल करना/करवाना भाजपा मोदी सरकार का चुनावी स्टंट है? गुरिंदरजीत सिंह
सुरक्षा की ज़िम्मेदारी /चिंता और नौटंकी में फर्क होता है : गुरिंदरजीत सिंह
क्या मोदी सरकार ने सभी प्रोटोकॉल तोड़ने की कसम खा रखी है? गुरिंदरजीत सिंह
आतंकवाद के खत्मे के लिए देश की जनता और विपक्ष देश की सरकार के साथ: गुरिंदरजीत सिंह

गुरुग्राम : देश भर को झिनझोड़ के रख देने वाला पहलगाम आतंकी हमला के बाद पूरे देश में रोष है। इस बारे में गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला बहुत दुखद घटना है। जिस का सभी देशवासियों को अफसोस है और मैं में रोष भी है। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर शहर शहर में रोष प्रदर्शन हो रहे है। लगातार देशवासियों और विपक्ष आतंकियो और साजिशकर्ताओ को खत्म करने की बात कर रहे है। साथ ही विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर सवाल उठा रही हैं। सुरक्षा में चूक के कारण ही आतंकी घटना को अंजाम देकर चले गए। और उनका अब तक कोई सुराग नही।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि लोगो के प्रदर्शन और विपक्ष की आलोचनाओ के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग की है। इसके बाद पीएम चार बड़ी बैठक कर रहे हैं। पर उनकी मीटिंग की तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से वायरल कैसे हो रही हैं?
उन्होंने कहा कि देश में आतंकी हमला होना सरकार कि नाकामी है। और अब मीटिंग कि तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल होना सरकार की मंशा पर सवालिया निशान है कि संवेदनशील मामलों पर ऐसे तस्वीरों का सामने आना क्या सुरक्षित है?
क्या ये भाजपा मोदी सरकार का चुनावी स्टंट है?

गुरिंदरजीत सिंह ने पूछा कि हाई लेवल मीटिंग की तस्वीरे वायरल हुई है या कराई गयी है? क्या ये मीटिंग रखना और मीटिंग की तस्वीरे वायरल होना भाजपा मोदी सरकार का चुनावी स्टंट है? अगर मोदी सरकार का इतिहास देखे तो लग ऐसा ही रहा है कि वे पहले की तरह इस आतंकी हमले पर भी देश की भोली भाली जनता को भावुक करके और हिंदू मुस्लिम के नाम पर वोट बटोरने की बिसात बिछा रही है। क्यों कि पहले पुलवामा हमले के बाद भी प्रधान मंत्री मोदी ने वोटरो से शहीदों के नाम पर वोट मांगे थे। ऐसे हाई लेवल मीटिंग के वीडियो व तस्वीरे जारी करना देश की सुरक्षा को खतरे में डालना है या नहीं? साथ ही मीटिंग की वीडियो व तस्वीरों से ये दुश्मनो को भी जानकारी मिल गयी कि मीटिंग में कौन कौन है, और मीटिंग कि लेवल की है? ऐसे में वे अपना बंदोबस्ट पहले से भी कडा कर लेंगे।
सुरक्षा की ज़िम्मेदारी /चिंता और नौटंकी में फर्क होता है।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि देशवासियों सुरक्षा की ज़िम्मेदारी /चिंता और नौटंकी में फर्क होता है। अगर मोदी सरकार को चिंता होती तो आतंकी हमले की सूचना मिलते ही पीएम मोदी पहलगाम पीड़ितों को मिलते, सुरक्षा मीटिंग करते, न कि चुनावी रैली के लिए बिहार जाते। ये तस्वीरे व वीडियो सामने आना मोदी सरकार की नौटंकी को दर्शता है।
क्या मोदी सरकार ने सभी प्रोटोकॉल तोड़ने की कसम खा रखी है?
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि पहले कभी भी रक्षा विभागों की मीटिंग की तस्वीरे व वीडियो कभी भी ओपरेशन से पहले आम जन के सामने नही आए। आप ने कोई भी सैनिक ओपरेशन करना है तो वो गोपनीय होता है। सेना की इंटरनल मीटिंग गोपनीय होती है। पर ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने सभी प्रोटोकॉल तोड़ने की कसम खा रखी हैं। देश मोदी सरकार के लिए एक खिलौने की तरह है। सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे को भी मज़ाक बना दिया है मोदी सरकार ने।
आतंकवाद के खत्मे के लिए देश की जनता और विपक्ष देश की सरकार के साथ।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है। आतंकवाद के ख़ात्मे के बाद ही देश में अमन चैन शांति कायम रह सकती है। साथ ही आतंकवाद खात्मे के बाद ही देश तरकी की तरफ और अधिक तेजी से आगे बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खत्मे के लिए देश की जनता और विपक्ष देश की सरकार के साथ है।