भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर ऑपरेशन सिंदूर कर 9 आतंकी ठिकानों पर सफ़ल टारगेटेड कार्रवाई की
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ़ अपनी लड़ाई को नया आयाम दिया-घर में घुसकर पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर से करारा जवाब दिया
-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को एक नया और सशक्त आयाम देते हुए 6 मई 2025 की रात करीब 1:44 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान की सीमा में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त किया। यह कार्रवाई सिविल डिफेंस मॉकड्रिल के चंद घंटे पूर्व की गई, जिससे भारत ने स्पष्ट संदेश दे दिया कि आतंक के विरुद्ध अब केवल बयान नहीं, बल्कि निर्णायक जवाब दिए जाएंगे।
घटना की पृष्ठभूमि
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 भारतीय और एक नेपाली सैलानी की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। हमले में विशेष रूप से नवविवाहित जोड़ों को निशाना बनाया गया, जिनमें महिलाएं जीवित बचीं पर उनका ‘सिंदूर’ उजड़ गया। इस त्रासदी ने देशभर में आक्रोश फैलाया और तभी से एक सटीक और प्रभावी जवाब की तैयारी शुरू कर दी गई थी।

ऑपरेशन सिंदूर की योजना और क्रियान्वयन
ऑपरेशन सिंदूर की योजना अत्यंत गोपनीयता और रणनीतिक सूझबूझ से तैयार की गई। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद क्षेत्रों में स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट कर उन्हें पूरी तरह से तबाह कर दिया। इस कार्रवाई में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य या असैन्य ठिकाने को क्षति नहीं पहुँचाई गई, जिससे यह स्पष्ट किया गया कि भारत का उद्देश्य केवल आतंकवाद का सफाया करना है।
मीडिया और नेताओं की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई की पुष्टि जैसे ही सामने आई, सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुबह 2:46 बजे “भारत माता की जय” लिखते हुए पोस्ट किया, जबकि कांग्रेस नेता प्रियंका चतुर्वेदी, तेजस्वी यादव, सीएम योगी आदित्यनाथ और आदित्य ठाकरे सहित कई नेताओं ने भारतीय सेना को सलामी दी और कार्रवाई को न्यायोचित बताया।

‘सिंदूर’ नाम का प्रतीकात्मक महत्व
ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखना गहरे भावनात्मक प्रतीकों से जुड़ा है। पहलगाम हमले में कई नवविवाहित महिलाएं अपने जीवनसाथी को खो चुकी थीं, जिनका सिंदूर उजड़ गया था। यह ऑपरेशन उनके सम्मान, उनके दर्द के बदले और आतंकियों को स्पष्ट संदेश देने के रूप में देखा गया है कि अब हर भारतीय महिला के सिंदूर की रक्षा के लिए देश युद्ध स्तर पर जवाब देगा।
सटीक और सीमित कार्रवाई
भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई पूरी तरह से सीमित, सटीक और अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप थी। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में केवल आतंकियों के ठिकानों को लक्ष्य बनाया गया, किसी भी पाक सैन्य अड्डे या नागरिक क्षेत्र को क्षति नहीं पहुंचाई गई।

भारत का स्पष्ट संदेश
2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है जिसमें भारत ने प्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान की धरती पर जाकर आतंक के अड्डों को नष्ट किया है। यह स्पष्ट करता है कि भारत अब पहले जैसी रक्षात्मक नीति नहीं, बल्कि आक्रामक और निर्णायक नीति अपना चुका है। अब पाकिस्तान को तय करना होगा – क्या वह आतंक का पनाहगाह बना रहेगा या एक जिम्मेदार पड़ोसी की तरह व्यवहार करेगा।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की ओर से आतंकवाद के विरुद्ध एक ऐतिहासिक और निर्णायक कदम है। इसने न केवल भारत की सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि भारत अब हर नागरिक के जीवन, सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए हर सीमा पार जाकर भी जवाब देने को तैयार है।
लेखक परिचय:-संकलनकर्ता लेखक – कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र