
रेवाड़ी, 25 मई 2025। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने रेवाड़ी के भाजपा विधायक पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत हरियाणा में ड्रोन उड़ाने पर लगे प्रतिबंध के बावजूद भाजपा विधायक के कथित सफाई अभियान में ड्रोन का प्रयोग खुलेआम हुआ, जो न सिर्फ कानून का उल्लंघन है बल्कि प्रशासन की चुप्पी भी कई सवाल खड़े करती है।
विद्रोही ने कहा कि जब यह मामला उजागर हुआ और विधायक जी कानूनी शिकंजे में फंसते नजर आए, तो अब वे मीडिया में बयान बहादुर बनकर सफाई अभियान की आड़ में सारा दोष विपक्ष पर मढ़ रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब ड्रोन उड़ाने पर स्पष्ट प्रतिबंध था, तो पुलिस, नगर परिषद और प्रशासन की मौजूदगी में यह गैरकानूनी गतिविधि कैसे हुई?
‘ड्रोन उड़ाने वालों के खिलाफ FIR क्यों नहीं?’
वेदप्रकाश विद्रोही ने पूछा कि यदि यह सचमुच किसी साजिश का हिस्सा था, तो मौके पर मौजूद विधायक, पुलिस और नगर परिषद अधिकारियों ने ड्रोन उड़ाने वाले को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की? और पुलिस ने प्रतिबंध के उल्लंघन पर मौके पर ही एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की?
‘अगर विधायक निर्दोष हैं तो जांच से क्यों डर रहे?’
विद्रोही ने कहा कि विधायक यह दावा कर रहे हैं कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है, तो फिर वे इस मामले की निष्पक्ष, स्वतंत्र जांच से क्यों कतरा रहे हैं? अगर वे सही हैं तो एफआईआर और जांच से घबराने की क्या वजह है?
मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की मांग
विद्रोही ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से मांग की कि वह इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाएं और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ड्रोन उड़ाने की घटना का पूरा वीडियो और फोटो सबूत के रूप में मौजूद है। ऐसे में सत्ता के प्रभाव में आकर कानून से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाना चाहिए।
‘सत्ता के नशे में कानून को मत कुचलिए’
विद्रोही ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पहले सत्ता के अहंकार में आकर कानून की धज्जियां उड़ाई जाती हैं और फिर उसे विपक्ष की साजिश बता कर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला अब नहीं चलेगा।