परशुराम के भक्त को बनवाया पुलिस से बंधक और भाड़े की बुलाई भीड़ – जयहिन्द

रोहतक (30 मई) / जैसा कि आप सभी जानते है शुक्रवार 30 मई को पहरावर में सरकार द्वारा राज्यस्तरीय भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया गया जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी पहुंचे। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के पहरावर पहुंचने से पहले सैकड़ों पुलिसकर्मी बस भरकर नवीन जयहिन्द के बीपीएल आवास पर पहुंच गए और जयहिन्द को हाउस अरेस्ट कर लिया। नवीन जयहिन्द ने हलवाई बुलाकर देसी घी का खीर–हलवा(सब्जी–पूरी) बनवाई और बीपीएल आवास पर ही भंडारा करवा दिया। सभी पुलिसकर्मियों व आस–पास के लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
जयहिन्द ने कहा कि क्या मैं आतंक वादी हूँ, क्या मैं गुंडा बदमाश हूँ। ऐसा क्यों है की जब भी सीएम साहब रोहतक आते है तो जयहिन्द को हाउस अरेस्ट किया जाता है। हम तो भोलेनाथ के भक्त और परशुराम के चेले है तो हैं यमराज से भी नहीं डरते तो सरकारें क्या चीज है।
जयहिन्द ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या जो वीडियो सामने आ रही है जैसे कि मुख्यमंत्री साहब खाली कुर्सियों को भाषण दे रहे है, लोग वहां दारू पी रहे है, दिहाड़ी पर आए है ऐसी बात कर रहे है, जिन हरियाणा रोडवेज की बसों में श्रद्धालु आए उन बसों पर जेल में बंद बाबाओं की तस्वीरें लगी हुई थी क्या ये वीडियो सच है या झूठ? क्या जेल में बैठे दो बाबाओं को डराकर उनके अनुयायियों को जन्मोत्सव में बुलाया गया यह सच है। दो डेरो में बस भरने के लिए भेजी गई। अगर ये सब सच है तो इस जन्मोत्सव का श्रेय देल में बैठे बाबाओं को जाता है।

जयहिन्द ने कहा कि जो भी लोग व श्रद्धालु पहरावर पहुंचे बहुत अच्छी बात है लेकिन एक जानकारी के अनुसार जो बाबा हिसार जेल में बंद है और रोहतक जेल में बंद है उनको भी बुला लेते। सिर्फ उनके भक्त भुलाए गए। परशुराम के भक्त को तो पुलिस द्वारा बंधक बनवा दिया गया और भाड़े की भीड़ पहरावर जन्मोत्सव में बुलाकर खीर खिलाई गई। लगता है यह जन्मोत्सव जेल में बैठे बाबाओं को डराकर उनके अनुयायियों को बुलाकर भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया गया है।
आज जो पहरावर की जमीन का श्रेय लेने की होड लगी हुई है उस पर जयहिन्द ने क्या की यह जमीन न तो कांग्रेस वाले दी न ही बीजेपी वालों दी, यह पहरावर गांव की जमीन थी और भगवान भोलेनाथ व परशुराम जी के आशीर्वाद से पहरावर गांव, हजारों फरसाधारियों व 36 बिरादरी के योद्धाओं ने फरसे के दम पर जमीन वापिस ली तो इसका श्रेय सिर्फ भगवान भोलेनाथ, परशुराम जी, पहरावर गांव, हजारों फरसाधारियों व 36 बिरादरी के योद्धाओं को है। मंत्री जी तो युद्ध के उस समय में अपने घोड़े लेकर भाग गए थे।
जयहिन्द ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री जी बढ़िया घोषणाएं करके गए होगे तो उनकी बड़ाई करेंगे वरना लड़ाई करेंगे। आप देखिए जब मुख्यमंत्री जी ने पच्चीस हजार युवाओं को रोजगार दिया था तब भी हमने देसी घी का भंडारा लगाया था। और अच्छी बात है कि आज मुख्यमंत्री नायब सैनी जी आए पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जी को भी आना चाहिए था क्योंकि युद्ध की शुरुआत तो उन्हीं के साथ हुई थी।