रेवाड़ी, 2 जुलाई 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा की भाजपा सरकार की प्री-मानसून सफाई व्यवस्था पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार और मंगलवार को हुई मामूली मानसूनी बारिश ने रेवाड़ी सहित पूरे हरियाणा में सफाई व्यवस्था की असलियत उजागर कर दी।

विद्रोही ने कहा कि रेवाड़ी के कई मोहल्लों, कॉलोनियों और मुख्य सड़कों पर जहां 2-2 फुट तक जलभराव हो गया, वहीं रेवाड़ी के सरकारी जिला अस्पताल के शिशु वार्ड में भी पानी घुस गया। विद्रोही ने कहा, “यह सिर्फ मेरा आरोप नहीं है, बल्कि हरियाणा बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य सुमन राणा ने भी मंगलवार को मौके पर दौरा कर खुद हालात देखे और अस्पताल में मौजूद वरिष्ठ डॉक्टरों के सामने तीखे सवाल खड़े किए।”

बाल आयोग की सदस्य ने जताया कड़ा रोष

सुमन राणा जब अपनी टीम के साथ निरीक्षण के लिए जिला अस्पताल पहुंचीं, तो उन्होंने देखा कि शिशु वार्ड में बारिश का पानी भरा हुआ है। चारों ओर बदहाल सफाई व्यवस्था, गंदगी और दुर्गंध थी। उन्होंने PMO को तुरंत व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए और नवजात शिशुओं और महिलाओं को हो रही असुविधा पर कड़ा ऐतराज जताया।

स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों की उड़ाई धज्जियां

विद्रोही ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने स्वयं कुछ समय पहले अस्पताल का दौरा कर सफाई व्यवस्था सुधारने, जलभराव न होने और मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के निर्देश दिए थे, लेकिन उन आदेशों का कोई असर नहीं हुआ। सिर्फ 28 से 30 मिमी बारिश ने ही पूरे अस्पताल को अस्त-व्यस्त कर दिया।

गृहनगर में हाल बेहाल तो बाकी प्रदेश की हालत का अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं: विद्रोही

विद्रोही ने कहा, “यह वही अस्पताल है जो हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का गृहनगर अस्पताल है। जब यहां का ये हाल है, तो कल्पना कीजिए कि बाकी प्रदेश में सरकारी अस्पतालों की क्या दशा होगी।”

पटौदी अस्पताल में 4 घंटे बिजली गुल, जनरेटर भी बंद

वेदप्रकाश विद्रोही ने पटौदी के नागरिक अस्पताल की दुर्दशा पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सोमवार रात को वहां चार घंटे तक बिजली गुल रही, आपातकालीन जनरेटर काम नहीं कर रहा था और अस्पताल पूरी तरह अंधेरे में डूबा रहा। मरीज गर्मी से बेहाल रहे।

“भाजपा सरकार में सिर्फ जुमले हैं, जमीनी काम कुछ नहीं”

विद्रोही ने कहा, “भाजपा सरकार केवल घोषणाएं और दिखावा करती है। अस्पतालों की हालत देखकर साफ है कि सिर्फ बातों और भाषणों से जनता का भला नहीं होगा।” उन्होंने मांग की कि रेवाड़ी और पूरे प्रदेश में प्री-मानसून सफाई की स्वतंत्र जांच हो और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

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