पहले मेडिकल कॉलेज और उसके बाद लॉ कॉलेज में ऐसी घटनाएं राज्य की सरकार को शर्मसार करती हैं: बिप्लब देब
नई दिल्ली, 8 जुलाई, 2025 – त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद और कोलकाता रेप केस के लिए बनाई गई भाजपा फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सदस्य बिप्लब देब ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि राज्य प्रशासन ने फैक्ट फाइंडिंग टीम को कॉलेज जाने से रोका और काफी देर बाद उन्हें इजाजत दी गई। साथ ही टीम के सदस्यों को ना तो पीड़िता से मिलने दिया गया और ना ही उनके परिजनों से।
फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्य देब ने सवाल किया कि आखिर ममता सरकार क्या छुपाना चाह रही है। एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य में महिलाओं के प्रति अपराध की ऐसी एक नहीं, बल्कि दर्जनों घटनाएं घट चुकी हैं, जिनमें ना तो पीड़ितों को न्याय मिला है और ना ही उनका कोई आता पता है।
बिप्लब देब ने ये भी गंभीर आरोप लगाए कि पहले मेडिकल कॉलेज में और उसके बाद लॉ कॉलेज में ऐसी घटनाएं राज्य की सरकार को शर्मसार करती हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार लगातार हो रही ऐसी घटनाओं को और उनके अभियुक्तों के नाम छुपाने में लगी हुई है, क्योंकि ऐसे हर मामलों में एक खास समुदाय के लोग शामिल हैं। साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि लॉ कॉलेज की घटना से संबंधित एफआईआर में भी छेड़छाड़ की गई है और इसमें मौजूद टीएमसी नेता का नाम प्रशासन छुपाने की कोशिश कर रहा है।
बिप्लब देब ने ये आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के प्रति हिंसा और अपराध बढ़ता ही जा रहा है और एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद वहां महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने इस घटना पर स्वतंत्र जांच की मांग की है और यदि ऐसा नहीं होता तो आने वाले चुनाव में जनता टीएमसी को जवाब देगी।