आध्यात्मिक आस्था की प्रतीक भारतीय देवभूमि पर आस्था पूजा श्रद्धा के नाम पर ठगी करने वाले  नकली बाबाओं पर शिकंजा कसना ज़रूरी 

आध्यात्मिक आस्था व देवभूमि की छवि धूमिल करने वाले पाखंडी ढोंगी नकली बाबाओं की सफ़ल धरपकड़- उत्तराखंड सरकार का कालनेमि ऑपरेशन सराहनीय

– एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी

भारतीय देवभूमि की गरिमा को ठगों से बचाना अनिवार्य

गोंदिया महाराष्ट्र वैश्विक स्तरपर – भारत एक ऐसा देश है जिसकी देवभूमि पर हर पग पर आध्यात्मिक स्थल हैं। यहाँ की जनता में गहन धार्मिक आस्था और श्रद्धा है, जो इस देश की संस्कृति की आत्मा है। अमरनाथ यात्रा, कावड़ यात्रा जैसे अवसरों पर यह श्रद्धा चरम पर होती है, जहाँ ट्रस्ट, सेवा संस्थाएं और शासन-प्रशासन मिलकर भक्तों की सेवा और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

परंतु, इसी श्रद्धा का लाभ उठाकर कुछ नकली, पाखंडी, और ढोंगी बाबाओं द्वारा ठगी और धोखाधड़ी का सिलसिला भी चल रहा है। ऐसे ही पाखंडियों के विरुद्ध उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाया गया “ऑपरेशन कालनेमि” एक ऐतिहासिक और अनुकरणीय कदम है।

ऑपरेशन कालनेमि: उत्तराखंड सरकार की सख्त कार्रवाई

उत्तराखंड सरकार ने “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत एक ही दिन में 25 से अधिक नकली बाबाओं को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल है। पकड़े गए इन लोगों के पास न तो कोई धार्मिक संस्था से मान्यता प्राप्त दस्तावेज थे, न ही किसी प्रकार की ज्योतिष या शास्त्रीय शिक्षा

देहरादून पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर इन्हें गिरफ्तार किया और स्पष्ट किया कि इन पाखंडियों के खिलाफ अभियान निरंतर जारी रहेगा। पुलिस को आशंका है कि इन साधु-वेशधारी व्यक्तियों में कई अपराधी भी छिपे हो सकते हैं

आशंका और वास्तविकता: भारत में घुसे विदेशी पाखंडी तत्व

इस ऑपरेशन के बाद एक गंभीर सच्चाई सामने आई – देश में देशी ही नहीं, विदेशी पाखंडी तत्व भी नकली साधु का वेश धारण कर आम लोगों को धोखा दे रहे हैं। इससे देश की आध्यात्मिक गरिमा और सामाजिक तानेबाने को खतरा है।

सभी राज्यों को करना चाहिए इस मॉडल को लागू

मैं, एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, महाराष्ट्र से, इस लेख के माध्यम से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूँ कि वे उत्तराखंड की इस पहल का अनुकरण करें और तुरंत अपने-अपने राज्यों में ऑपरेशन कालनेमि जैसी कार्रवाई शुरू करें

ऐसे अभियान न केवल आम लोगों को पाखंडियों से सुरक्षा प्रदान करेंगे, बल्कि भारत की आध्यात्मिक छवि को भी पुनः उज्जवल बनाएंगे

मुख्यमंत्री के निर्देश: जीरो टॉलरेंस नीति पर सख्ती

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी ढोंगी बाबा की धार्मिक, जातीय या पंथीय पहचान की परवाह किए बिना कड़ी कार्रवाई की जाए। जनता से भी अपील की गई है कि अगर उन्हें किसी फर्जी बाबा की जानकारी हो, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।

ऑपरेशन कालनेमि: देवभूमि की रक्षा का अभियान

उत्तराखंड पुलिस का यह अभियान न केवल एक सख्त प्रशासनिक निर्णय है, बल्कि यह आम जनता की धार्मिक भावना और आस्था की रक्षा का भी प्रमाण है। यह सुनिश्चित करता है कि भारत की आध्यात्मिक छवि पाखंडियों के कारण धूमिल न हो

निष्कर्ष: समय की मांग है – पूरे देश में ऑपरेशन कालनेमि

भारत की आध्यात्मिक परंपरा की गरिमा को बनाए रखने के लिए, देशव्यापी स्तर पर ऑपरेशन कालनेमि की तरह सघन अभियान चलाना अनिवार्य हो गया है। यह कदम आस्था को सुरक्षित रखने, ठगों पर नकेल कसने और आमजन को विश्वास देने का सशक्त माध्यम बन सकता है।

 संकलनकर्ता एवं लेखक, एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी
क़र विशेषज्ञ | स्तंभकार | साहित्यकार | अंतरराष्ट्रीय लेखक | चिंतक | कवि | संगीत माध्यम सीए (एटीसी) गोंदिया, महाराष्ट्र 

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