विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के अभिभावकों को मिला मानसिक संतुलन, आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश

दिल्ली | 20 जुलाई 2025 -SURTAJ स्पेशल चिल्ड्रन फाउंडेशन ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के सहयोग से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के माता-पिता के लिए एक प्रेरणादायक और भावनात्मक रूप से सशक्त “भावनात्मक बुद्धिमत्ता” (Emotional Intelligence) सत्र का आयोजन किया। यह सत्र ब्रह्माकुमारीज़ की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बी.के. सरिता दीदी के मार्गदर्शन में राजौरी गार्डन दिल्ली में संपन्न हुआ।
अभिभावकों को मिला भावनात्मक संबल

इस सत्र का उद्देश्य था – अभिभावकों को भावनात्मक रूप से सशक्त बनाना, उन्हें आत्म-जागरूकता, मानसिक संतुलन और धैर्य के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा देना।
बी.के. सरिता दीदी ने सहज भाषा में समझाया कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता कैसे माता-पिता को अपने बच्चों के साथ सकारात्मक और शांतिपूर्ण रिश्ता बनाए रखने में सहायक होती है।

विशेष बच्चों की उपस्थिति ने बढ़ाया उत्साह
इस सत्र में कुछ विशेष बच्चे भी अपने माता-पिता के साथ शामिल हुए। उनकी मासूम मुस्कान और उत्साह ने वातावरण को और अधिक आत्मीय और प्रेरक बना दिया।
कार्यक्रम के दौरान ब्रह्माकुमारीज़ संस्था की ओर से सभी बच्चों और अभिभावकों को रक्षा-सूत्र (राखी) बाँधी गई और सात्विक प्रसाद वितरित किया गया, जिसने सभी के दिलों को छू लिया।
आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मक वातावरण


पूरे सत्र में एक विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मकता का अनुभव किया गया। उपस्थित लोगों ने इसे “आत्म-निरीक्षण और आत्म-संवर्धन की दिशा में एक नई शुरुआत” बताया।
माता-पिता ने कहा कि यह सत्र उन्हें भावनात्मक रूप से संभलने, धैर्य बनाए रखने और अपने बच्चों की परवरिश को एक नए दृष्टिकोण से देखने की प्रेरणा देता है।
SURTAJ फाउंडेशन की सराहनीय पहल
SURTAJ फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती नरिंदर कौर ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था का आभार प्रकट करते हुए कहा, “ऐसे आयोजन न केवल बच्चों के लिए, बल्कि उनके अभिभावकों और देखभालकर्ताओं के मानसिक व भावनात्मक विकास के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं। इससे परिवारों को एकजुट रहने और चुनौतियों को मजबूती से सामना करने की प्रेरणा मिलती है।”
समापन शांति और आत्मबल के साथ
कार्यक्रम का समापन राजयोग ध्यान, प्रेमपूर्ण संवाद और आभार ज्ञापन के साथ हुआ। उपस्थितजनों ने इसे “जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम” बताया।