विजय गर्ग

सही करियर पथ का चयन हर छात्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। यह निर्णय न केवल उनके व्यक्तिगत विकास को दिशा देता है, बल्कि उनके व्यावसायिक भविष्य की नींव भी रखता है। आज के समय में जब शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए विकल्प तेजी से उभर रहे हैं, ऐसे में छात्रों के सामने चुनौती है—अपनी रुचि, क्षमताओं और बाज़ार की मांग के अनुरूप सही विकल्प चुनने की।

विज्ञान: नवाचार और तकनीक की ओर बढ़ता भविष्य

विज्ञान लंबे समय से करियर की दृष्टि से सबसे भरोसेमंद धारा रही है। चिकित्सा, नर्सिंग और इंजीनियरिंग जैसे पारंपरिक कोर्स आज भी सुरक्षित करियर के रूप में लोकप्रिय हैं। लेकिन अब तकनीकी क्रांति ने इस क्षेत्र में नई संभावनाएं पैदा की हैं।

सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, साइबर सुरक्षा, एआई/एमएल, डेटा साइंस, एयरोस्पेस, और सिस्टम इंजीनियरिंग जैसे उभरते क्षेत्र छात्रों को आकर्षित कर रहे हैं। जीवविज्ञान और तकनीक के मेल से बायोटेक्नोलॉजी, बायोइन्फॉर्मेटिक्स, फूड टेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, और मेडिकल डिज़ाइन इंजीनियरिंग जैसे विषयों का उदय हुआ है जो विज्ञान और रचनात्मकता का सुंदर संगम हैं।

वाणिज्य: रणनीति, प्रबंधन और डिजिटल क्रांति

वाणिज्य वह धारा है जो संख्या, प्रबंधन और वित्तीय समझ में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए आदर्श मानी जाती है। बी.कॉम, बीबीए, एमबीए जैसे कोर्स पारंपरिक रूप से बैंकिंग, कॉर्पोरेट और सरकारी क्षेत्रों में करियर के रास्ते खोलते रहे हैं।

डिजिटल युग में अब फिनटेक, ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग, ब्लॉकचेन, क्रिप्टोकरेंसी, और डिजिटल पेमेंट सिस्टम जैसे क्षेत्र भी इस धारा से जुड़े छात्रों के लिए नए अवसर लेकर आए हैं।

कला: रचनात्मकता और नवाचार की उड़ान

कला या ह्यूमैनिटीज़ से जुड़ी धाराएं अब केवल साहित्य या इतिहास तक सीमित नहीं रह गई हैं। रचनात्मक सोच और अभिव्यक्ति में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए यह धारा ढेरों संभावनाओं के द्वार खोलती है।

ग्राफ़िक डिज़ाइन, यूएक्स/यूआई डिजाइन, एनीमेशन, वीआर/एआर तकनीक, जनसंपर्क, पत्रकारिता, डिजिटल कंटेंट निर्माण, और इवेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्र इस धारा से जुड़े हैं। इसके अलावा फोटोग्राफी, यात्रा और पर्यटन, फैशन डिजाइन, पाक कला, आंतरिक सज्जा, लिबरल आर्ट्स जैसे विकल्प भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।

निष्कर्ष: सोच-समझकर चुनें करियर की दिशा

आज के प्रतिस्पर्धात्मक दौर में करियर के विकल्पों की कोई कमी नहीं है, लेकिन सही चुनाव वही है जो व्यक्ति की रुचि, योग्यता और समय की मांग के अनुरूप हो।

छात्रों को चाहिए कि वे आत्ममंथन करें, विशेषज्ञ मार्गदर्शन लें और बिना जल्दबाज़ी के अपने भविष्य की दिशा तय करें। सही दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम न केवल सफलता की गारंटी बनता है, बल्कि जीवनभर की संतुष्टि भी देता है।

विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल, शैक्षिक स्तंभकार, प्रख्यात शिक्षाविद्, गली कौर चंद एमएचआर मलोट पंजाब

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