कोरियावास मेडिकल कॉलेज पर संघी एजेंडा थोप रही भाजपा : ग्रामीण भारत

नारनौल/रेवाड़ी, 5 अगस्त 2025 – हरियाणा की भाजपा सरकार ने अहीरवाल की अस्मिता को फिर से ठेस पहुंचाई है। कोरियावास-नारनौल मेडिकल कॉलेज का नाम 1857 की क्रांति के अमर शहीद राव तुलाराम के बजाय पौराणिक पात्र च्यवन ऋषि के नाम पर रखने की हठधर्मिता ने भाजपा की मंशा को पूरी तरह उजागर कर दिया है। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने तीखा हमला बोलते हुए इसे मनुवादी-संघी मानसिकता की साजिश करार दिया।
विद्रोही ने दो टूक कहा कि भाजपा को अहीरवाल की भावना और बलिदान से कोई लेना-देना नहीं, उसे केवल अपने एजेंडे की पूर्ति चाहिए — जिसमें पिछड़े, दलित और वंचित वर्ग को शूद्र समझ कर शूद्रों सा व्यवहार करना शामिल है। “कोरियावास गांव ने मुफ्त में ज़मीन दी, अहीरवाल की जनता ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को 11 में से 10 सीटें देकर ताक़तवर बनाया, और बदले में मिला क्या? ठेंगा!” – विद्रोही ने ललकारते हुए कहा।
90 दिन से धरना, सरकार के कान पर जूं तक नहीं
कोरियावास गांव के लोग बीते 90 दिनों से शांतिपूर्वक धरने पर बैठे हैं, लेकिन भाजपा सरकार पूरी तरह संवेदनहीन बनी हुई है। सोमवार को जब नारनौल में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया, तो पुलिस बल का बेजा प्रयोग कर जनता की आवाज़ दबाने की कोशिश की गई।
विद्रोही ने सवाल उठाया – “क्या यही है भाजपाई लोकतंत्र? जब जनता अपने शहीद की विरासत के लिए लड़ रही है, तो सरकार उन्हें कुचलने पर क्यों उतारू है?”
‘कठपुतली मंत्री’ पर सीधा हमला
विद्रोही ने हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि जब वे स्वयं राव तुलाराम की परपोती हैं और अटेली से विधायक भी हैं, तो अपने परदादा के नाम पर विभागीय मेडिकल कॉलेज का नाम तक नहीं रखवा सकतीं — तो ऐसी कमजोर, दब्बू और कठपुतली मंत्री अहीरवाल के लिए क्या करेंगी?
राव इंद्रजीत और आरती राव को चाहिए इस्तीफा
विद्रोही ने कहा कि अगर राव इंद्रजीत सिंह और उनकी बेटी आरती राव में आत्मसम्मान बचा है तो मंत्रीमंडल से तत्काल इस्तीफा दें या सार्वजनिक रूप से स्वीकार करें कि वे भाजपा-संघ की कठपुतलियाँ हैं, जो केवल इशारे पर नाचती हैं।
उन्होंने यह भी चेताया कि “अहीरवाल की जनता अब सब समझ चुकी है। अगली बार भाजपा को यह क्षेत्र वैसा समर्थन नहीं देगा, जैसा अंधविश्वास में अब तक देता आया है।”