Category: विचार

अब सिर्फ कारोबारी हैं ट्रंप ……

– विजय गर्ग कभी अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के वक्त डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया था कि वे तमाम युद्धों को बंद करवा देंगे। लेकिन समय के साथ वादे बदलते गये…

 पत्रकार, सोशल मीडिया और संविधान ………..  असहमति की आवाज़ क्या अब अपराध है? 

– अभिमनोज भारतीय लोकतंत्र की आत्मा उसकी अभिव्यक्ति में बसती है — वह अभिव्यक्ति जो सत्ता से प्रश्न करती है, समाज को जागरूक बनाती है, और जनता के पक्ष में…

बदन की नहीं, बुद्धि की बनाओ पहचान बहनों: अश्लीलता की रील संस्कृति पर एक सवाल

“रील में न खोओ बहना, सोच को आवाज़ दो, जो तुम हो भीतर से, वही असली साज़ दो। बदन की नहीं, बुद्धि की बनाओ पहचान, यही है स्त्री की सबसे…

विश्व अंतरराष्ट्रीय न्याय दिवस 17 जुलाई 2025-

न्याय जवाबदेही और मानव अधिकारों के प्रति वैश्विक प्रतिबद्धता का प्रतीक है दुनियाँ की सरकारें प्रण करें:- अन्याय के नए रूपों को विफ़ल करेंगे, न्यायिक संस्थाओं को मज़बूत करेंगे व…

कोख में कत्ल होती बेटियाँ: हरियाणा की घुटती संवेदना

“ये आँकड़े नहीं, हर चीखती कोख की अंतिम पुकार हैं।” हरियाणा में केवल तीन महीनों में एक हज़ार एक सौ चौवन गर्भपात। कारण – कन्या भ्रूण हत्या की आशंका। छप्पन…

कांवड़ या हुड़दंग? आस्था की राह में अनुशासन की दरकार

कांवड़ यात्रा का स्वरूप अब आस्था से हटकर प्रदर्शन और उन्माद की ओर बढ़ गया है। तेज़ डीजे, बाइक स्टंट, ट्रैफिक जाम और हिंसा ने इसे बदनाम कर दिया है।…

ट्रंप के टैरिफ वार पर जग हंसाई – दुनियां से दुश्मनी की नौबत आई? नोबेल शांति पुरस्कार पाने की चांस घटाई?

ट्रंप की जल्दबाजी: अमेरिकी फर्स्ट की आड़ में वैश्विक टकराव ट्रंप जब से राष्ट्रपति बने हैं, अपनी नीतियों व बयानों से सुर्खियों में रहे हैं ट्रंप ने अमेरिकी फर्स्ट के…

सरकार का ऑपरेशन कालनेमि: ढोंगी नकली पाखंडी साधु-संतों में मचा हड़कंप – सभी राज्यों द्वारा संज्ञान लेना समय की मांग

आध्यात्मिक आस्था की प्रतीक भारतीय देवभूमि पर आस्था पूजा श्रद्धा के नाम पर ठगी करने वाले नकली बाबाओं पर शिकंजा कसना ज़रूरी आध्यात्मिक आस्था व देवभूमि की छवि धूमिल करने…

“गिरते पुल, ढहती ज़िम्मेदारियाँ: बुनियादी ढांचे की सड़न और सुधार की ज़रूरत”

वडोदरा में पुल गिरना कोई अकेली घटना नहीं, बल्कि भारत के जर्जर होते बुनियादी ढांचे की डरावनी सच्चाई है। पुरानी संरचनाएं, घटिया सामग्री, भ्रष्टाचार और निरीक्षण की अनुपस्थिति — यह…

नोबेल शांति पुरस्कार की चाहत, ट्रंप का गुणा-भाग और उतावलापन- शांति स्थापित करने के दावों का ठोस सबूत नहीं? राह आसान नहीं!

नोबेल शांति पुरस्कार अभी 2025 की घोषणा हुई नहीं परंतु 2026 के लिए दावेदारी का कार्ड शुरू वैश्विक पुरस्कार (नोबेल या कोई भी) पानें का हकदार वही है, जो खुद…